राजस्थान में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच सीकर जिले के खंडेला के निर्दलीय विधायक महादेवसिंह खंडेला ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रतिपूर्ण आस्था जताते हुए कहा है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही कांग्रेस हैं।
सीकर सर्किट हाउस में आज पत्रकारों से श्री खंडेला ने कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के काल में अशोक गहलोत केंद्रीय मंत्री रहे। वह सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी दिल से जुड़े हैं। जनता भी उन्हें चाहती है। उन्होंने कहा कि आलाकमान सचिन पायलट को कभी मुख्यमंत्री नहीं बना सकता। अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री पद बने रहेंगे।
खंडेला ने कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से प्राप्त प्रमाण पत्र भी दिखाया,जो उन्हें आपातकाल के बाद वर्ष 1979 में इंदिरा गांधी के कारावास के विरोध में जेल जाने पर उन्हें प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि उनके पिता और दादा भी प्रजामंडल के समय से कांग्रेस के साथ रहे। उनकी भी शिक्षा और संस्कार कांग्रेसी माहौल में होने से उन्होंने कांग्रेस को ही हमेशा अपनी मां माना।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की बदौलत ही वह छह बार विधायक और केंद्र में एक बार मंत्री बने।
उन्होंने वर्ष 1993 के मध्यावधि चुनावों का भी जोर देकर जिक्र किया और कहा कि तब 22 निर्दलियों में से उस समय भी 17 निर्दलीय विधायक भाजपा के समर्थन में आकर सीएम भैरोंसिंह शेखावत सरकार में मंत्री बने थे, लेकिन वह लोभ से दूर कांग्रेस के साथ रहे। खंडेला ने दावा करते हुए कहा कि खंडेला की जनता उन्हें ही कांग्रेस मानती है। इसलिए जनता के कहने पर ही चुनाव लड़ा और जीता हूं।