सूत्रों के अनुसार राहुल ने सांसदों से कहा कि वे सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएं और उन्हें जीएसटी विधेयकों के खिलाफ नहीं दिखना चाहिए। उन्होंने पार्टी सांसदों से कहा कि वे संकट में घिरे किसानों का मुद्दा संसद में उठाएं और कृषि ऋण की मांग करें।
लोकसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने सुझाव दिया कि पार्टी को इस महत्वपूर्ण कर सुधार कानून का विरोध करते हुए नहीं दिखाई देना चाहिए क्योंकि संप्रग सरकार के शासनकाल में ही कर ढांचे के सरलीकरण के लिए जीएसटी विधेयक की पहल की गई थी। यह बैठक करीब आधे घंटे तक चली और इसमें लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी भाग लिया।
बैठक के बाद राहुल ने इस बैठक तथा पार्टी संगठन में होने वाले संभावित बदलाव के बारे में किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी संगठन में बदलाव के कयास लगाए जा रहे हैं। उप्र विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार राहुल की पार्टी सांसदों के साथ यह बैठक थी। (एजेंसी)