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क्या किसान आंदोलन के लहर से बच पाएगी भाजपा, गुजरात के 6 नगर निकायों में वोटिंग; पंजाब-हरियाणा में हो चुका है बड़ा नुकसान

रविवार को गुजरात में 6 नगर निगम के लिए चुनाव हुए हैं। ये चुनाव इस लिए अहम है क्यों देशभर में किसानों...
क्या किसान आंदोलन के लहर से बच पाएगी भाजपा, गुजरात के 6 नगर निकायों में वोटिंग; पंजाब-हरियाणा में हो चुका है बड़ा नुकसान

रविवार को गुजरात में 6 नगर निगम के लिए चुनाव हुए हैं। ये चुनाव इस लिए अहम है क्यों देशभर में किसानों के आंदोलन के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में काफी नुकसान हुआ है। अब देखना होगा कि राज्य में सत्तारूढ़ दल भाजपा की क्या स्थिति रहती है। अहमदाबाद, वडोदरा, जामनगर, सूरत, राजकोट और भावनगर में वोटिंग जारी है। फिलहाल इन सीटों पर भाजपा काबिज है। 

गृह मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद के नारनपुरा बूथ पर परिवार समेत वोट डाला नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान किया। मतदान शाम 5 बजे तक चलेगा। वहीं वोटों की गिनती 23 फरवरी को होगी।

असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) ने भी पहली बार अहमदाबाद के 6 वार्डों में प्रत्याशी उतारे हैं। वहीं, ये नगर निकाय चुनाव भाजपा के लिए नाक की लड़ाई है क्योंकि कई निकयों में बीजेपी लगातार 26 साल से बनी हुई है। राजकोट और वडोदरा में भाजपा 2005 से बनी हुई है वही, भावनगर और जामनगर में 1995 से भाजपा का राज है। अहमदाबाद में भाजपा 2008 से काबिज है। 6 नगर निगम में कुल 2,276 उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा के 577, कांग्रेस के 566, आप के 470, राकांपा के 91 और अन्य दलों के 353 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, निर्दलीय के 228 उम्मीदवार हैं।

 

 

 

 

 

 

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