केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी इन दिनों अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं। अब उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि उनके क्षेत्र में जातिवाद के लिए कोई जगह नहीं है क्योंकि उन्होंने चेतावनी दी हुई है कि जाति के बारे में बात करने वाले की वह “पिटाई” करेंगे।
पिंपड़ी चिंचवाड़ में पुनरुत्थान समरसता गुरुकुलम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि समाज को आर्थिक और सामाजिक समानता के आधार पर साथ लाना चाहिए और इसमें जातिवाद और सांप्रदायिकता की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। नागपुर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले गडकरी ने कहा, “हम जातिवाद में यकीन नहीं करते हैं। मुझे नहीं पता कि आपके यहां क्या है लेकिन हमारे पांच जिलों में जातिवाद की कोई जगह नहीं है क्योंकि मैंने सभी को चेतावनी दी हुई है कि अगर कोई जाति की बात करेगा तो मैं उसकी पिटाई कर दूंगा।”
हाल ही में गडकरी अपने कई बयानों के लिए चर्चा में रहे हैं. जिसमें उनका एक पिटाई वाला बयान भी शामिल है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बीते महीने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान नेताओं को लेकर ऐसा ही बयान दिया था, जिसकी मीडिया में काफी चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा कि जनता को सपने दिखाने वाले नेता अच्छे लगते हैं लेकिन सपने पूरे नहीं हुए तो जनता पिटाई भी करती है। उनके इस बयान के बहाने विपक्ष ने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा था। बीजेपी, केंद्रीय मंत्री के इस बयान से बचाव की मुद्रा में आ गई थी।
इसके अलावा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख और गडकरी के मित्र शरद पवार भी उनकी टिप्पणियों और उन्हें प्रधानमंत्री पद का दावेदार बताए जाने पर चिंता जाहिर कर चुके हैं। शरद पवार ने शनिवार को कहा था कि गडकरी के लिए वह चिंतित हैं क्योंकि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित विकल्प के रूप में पेश किया जा रहा है। पवार ने कहा, 'गडकरी मेरे दोस्त हैं। हम लोगों ने साथ काम किया है। उनका नाम (मोदी के विकल्प के रूप में) पेश किया जा रहा है और यही कारण है कि मैं उनके लिए चिंतित हूं।' हालांकि पवार ने इस बारे में और कुछ नहीं कहा।