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'मथुरा में अयोध्या जैसा कुछ करने की जरूरत नहीं', कृष्ण जन्मभूमि विवाद पर बोले दत्तात्रेय होसबाले

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने मथुरा में श्री कृष्ण...
'मथुरा में अयोध्या जैसा कुछ करने की जरूरत नहीं', कृष्ण जन्मभूमि विवाद पर बोले दत्तात्रेय होसबाले

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह के विवाद के बारे में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा फिलहाल अदालत में लंबित है और 'हमें उम्मीद है कि अदालत जल्द ही इस मुद्दे को सुलझाएगी।'

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि इस मामले में अयोध्या जैसा कुछ करने की जरूरत नहीं है। लोगों को न्यायपालिका पर भरोसा रखना चाहिए।

आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बीच हुई बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मुख्य रूप से प्रयागराज में होने वाले कुंभ पर चर्चा करने आए थे। आरएसएस के महासचिव ने बताया कि आदित्यनाथ ने कहा है इस वर्ष कुंभ को पिछली बार से अधिक सार्थक और यशस्वी बनाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने इसके लिए तैयार की गई योजनाएं भी संघ के पदाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत कीं।

लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा संघ पर दिए गए बयान के बाद आरएसएस और भाजपा के बीच तनातनी का दावा करने वाली खबरों पर उन्होंने कहा, 'हम एक सार्वजनिक संगठन हैं। हमारा किसी भी पार्टी से कोई झगड़ा नहीं है, भाजपा से तो बिल्कुल नहीं, क्योंकि हम ऐसा कुछ नहीं सोचते, हम सभी से मिलते हैं। हम किसी के साथ भेदभाव नहीं करते।'

होसबाले ने कहा हिन्दू समाज में राष्ट्रीय स्तर पर जन जागरण हो रहा है। संघ उनसे अलग नहीं, समाज के साथ है।’’ होसबाले ने वक्फ (संशोधन) विधेयक से जुड़े सवालों पर कहा, ‘‘संसद की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) इन दिनों सभी धर्मों और वर्गों के विचार सुन रही है। असल में तो यह है कि पूर्व में बनाए गए वक्फ अधिनियम में 2013 में कुछ इस प्रकार के संशोधन किए गए थे जिससे उसे भारत के अंदर एक प्रकार से एक स्वतंत्र इकाई बना दिया गया था। जिलाधिकारी या कोई अन्य सक्षम अधिकारी भी उस मामले में कुछ हस्तक्षेप नहीं कर सकता थाष’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह सब ऐसे ही नहीं हो गया। इससे पहले लक्षित हिंसा पर भी एक ऐसा ही विधेयक लाने का प्रयास किया गया था। इस प्रकार की चीजों से बहुत सारी समस्याएं खड़ी हो गई हैं, यह सब एक विशेष साजिश के तहत योजनानुसार करने का प्रयत्न हुआ था, उनको ठीक करना ही पड़ेगा।’’ होसबाले ने कहा कि बात सिर्फ यह नहीं है कि केवल हिंदू ही इस विधेयक के विरोध में हैं बल्कि सच्चाई तो यह है कि मुस्लिम वर्ग के भी बहुत से लोग जेपीसी के समक्ष अपनी समस्याएं रख चुके हैं। उन्होंने कहा,‘‘ यह वही समुदाय हैं जो वक्फ की ज्यादती, शोषण और अन्याय से त्रस्त है। इसीलिए वे भी आपत्ति कर रहे हैं, सच तो यह है कि यह किसी एक पार्टी या समुदाय का मसला नहीं है।’’

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