सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के साथ मंगलवार को झारखंड के पाकुड़ में मारपीट की घटना हुई है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं पर इस हाथापाई को अंजाम देने का आरोप लगा है। इस घटना की तीखी आलोचना की जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसकी कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस कृत्य को अंजाम देने वालों को गुंडा करार दिया है।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “एक बुजुर्ग स्वामी को पीटने वाले हिंदू कैसे हो सकते हैं? वो तो सरासर गुंडे हैं।”
कांग्रेस के संचार प्रमुख आरएस सुरजेवाला ने ट्वीट किया है, “भाजपा के गुडों ने 'भीड़तंत्र द्वारा हिंसा' को दंडित करने के लिए आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को खारिज कर दिया। झारखंड में स्वामी अग्निवेश पर भयानक और कातिलाना हमला याद दिलाता है कि मोब लिंचिंग वाली मानसिकता' को भाजपा सरकार उकसा रही है।”
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने ट्वीट कर कहा, "स्वामी अग्निवेश पर भाजपा शासित झारखंड में भाजपा युवा मोर्चा के गुंडों ने क्रूरता पूर्वक हमला किया। यह हमला उस दिन किया गया जिस दिन भीड़तंत्र के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट आया है। झारखंड पर शासन किया जिस दिन एससी ने भीड़ सतर्कता के खिलाफ एक कठिन निर्णय दिया। भाजपा ने कानून के शासन और सुप्रीम कोर्ट का निरादर किया है।"
भाजपा का इंकार
इधर भाजपा प्रवक्ता पी शाहदेव ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मारपीट करने के आरोपी उनकी पार्टी के नहीं हैं। उन्होंने कहा, “वे हमारी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं थे। हम इसकी निंदा करते हैं लेकिन उनका (अग्निवेश) ट्रैक रिकॉर्ड ऐसा है कि इस प्रतिक्रिया पर हैरानी नहीं होती है। पाकुड़ हाल ही में धर्मातंरण के लिए खबरों में है।”