कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था की गिरती हालत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा। राहुल ने ने कहा कि श्रीमान मोदी, 'हाउडी' अर्थव्यवस्था का क्या हाल है? राहुल ने अपने ट्वीट के साथ हैशटैग हाउडीइकोनॉमी का भी प्रयोग किया है। राहुल ने खुद ही अपने ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि लगता नहीं कि ये (अर्थव्यवस्था) बहुत अच्छा कर रही है। बता दें कि मोदी सरकार की अर्थव्यवस्था को लेकर बनाई गई नीतियों की कांग्रेस लगातार आलोचना कर रही है।
मोदी अगले हफ्ते अमेरिका के ह्यूस्टन में भारतीय समुदाय से मिलेंगे। इस कार्यक्रम को 'हाउडी मोदी' नाम दिया गया है। प्रोग्राम में डोनाल्ड ट्रम्प भी शामिल होंगे। ट्रम्प भारतीय समुदाय के किसी कार्यक्रम में शामिल होने पहले अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे। कार्यक्रम में 50 हजार लोगों के आने की उम्मीद है।
प्रियंका बोलीं- निवेशकों का भरोसा डगमगाया
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर फिर निशाना साधते हुए कहा कि अब निवेशक भी मोदी सरकार से दूर होने लगे हैं। उन्होंने इसे लेकर दो ट्वीट भी किया है। उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा की चकाचौंध दिखा कर रोज 5 ट्रिलियन-5 ट्रिलियन बोलते रहने या मीडिया की हेडलाइन मैनेज करने से आर्थिक सुधार नहीं होता। विदेशों में प्रायोजित इवेंट करने से निवेशक नहीं आते। निवेशकों का भरोसा डगमगा चुका है। आर्थिक निवेश की जमीन दरक गई है।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मगर भाजपा सरकार इस सच्चाई को स्वीकर नहीं कर रही है। आर्थिक महाशक्ति बनने की दिशा में मंदी स्पीड ब्रेकर है, इसको सुधारे बिना सब रंग-रोगन बेकार है।
आर्थिक मंदी को लेकर लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं प्रियंका
इससे पहले मंगलवार को प्रियंका गांधी ने कहा था कि भाजपा सरकार सिर्फ अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहती है। प्रियंका गांधी ने इसे लेकर एक ट्वीट भी किया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा था कि भाजपा सरकार से बस इतना ही कहना है कि आप जो इधर उधर की बात करके कारवां लुट जाने देने की जिम्मेदारी से बचना चाहते हो, यह मुश्किल होगा। लोग देख रहे हैं। एक और कम्पनी पर पड़ी मंदी की मार और लोग होंगे बेरोजगार।
प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक खबर की साझा की थी, जिसमें महिंद्रा एंड महिंद्रा के संयंत्र में 17 दिनों तक किसी भी तरह का विनिर्माण नहीं होगा। ऐसे में कई और लोगों की छटनी होने की बात कही गई जा रही थी।
ग्रोथ रेट 5% से कम हुई
मौजूदा वित्त वर्ष (2019-20) की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में जीडीपी की विकास दर (ग्रोथ रेट) घटकर 5% रह गई है। यह 6 साल (25 तिमाही) में सबसे कम है। इससे कम 4.3% जनवरी-मार्च 2013 में थी। सरकार ने 30 अगस्त को जीडीपी के आंकड़े जारी किए थे। अप्रैल-जून में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ में तेज गिरावट और कृषि सेक्टर में सुस्ती की वजह से जीडीपी ग्रोथ पर ज्यादा असर हुआ। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ घटकर 0.6% रह गई। जनवरी-मार्च में 3.1% थी। पिछले साल अप्रैल-जून में 12.1% थी।