राहुल ने बहराइच में आयोजित जनाक्रोश रैली में कहा कि कल उन्होंने गुजरात में प्रधानमंत्री से भ्रष्टाचार के बारे में कुछ सवाल पूछे थे। मगर उनका जवाब देने के बजाय सवाल पूछने वाले का मजाक उड़ाया। एक बार शायर मिर्जा गालिब का भी ऐसे ही मजाक उड़ाया गया था। आज उनके शब्दों से ही मोदी को जवाब देना चाहता हूं।
उन्होंने गालिब का शेर, हरेक बात पर कहते हो कि तू क्या है, तुम्हीं कहो कि ये अंदाज ए गुफ्तगू क्या है। पढ़ते हुए कहा कि मोदी से वह सवाल हिंदुस्तान के युवाओं और गरीबों ने पूछे हैं। सवाल यह है कि इस प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार किया या नहीं। वह उनका जितना मजाक उड़ाना चाहते हैं उड़ाएं, लेकिन सवाल का जवाब दें।
मालूम हो कि मोदी ने आज ही अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्रा वाराणसी में राहुल पर उनके भूकंप वाले बयान को लेकर मजाकिया तंज किया था। साथ ही उनके इस दावे पर भी चुटकी ली थी कि कार्ड, ऑनलाइन हस्तांतरण आदि में कम साक्षरता के कारण बाधाएं आएंगी। मोदी ने कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि वह यह न कहें कि मैंने कुछ काला जादू करके उन लोगों को निरक्षर बना दिया है, जो लिखना-पढ़ना जानते थे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री पर देश को दो हिस्सों में बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ एक प्रतिशत अमीर लोग हैं तो दूसरी तरफ 99 प्रतिशत ईमानदार लोग। पिछले ढाई साल में आपकी सरकार की नीतियों ने एक प्रतिशत अमीर लोगों को देश का 60 प्रतिशत धन पकड़ा दिया है।
राहुल ने कहा कि कांग्रेस हिंदुस्तान से भ्रष्टाचार को मिटाना चाहती है। अगर भाजपा की सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई भी कदम उठाए तो कांग्रेस उनको पूरा समर्थन देगी, मगर नोटबंदी का निर्णय भ्रष्टाचार या कालेधन के खिलाफ नहीं बल्कि हिंदुस्तान के गरीबों, कमजोरों के खिलाफ था। पिछले ढाई साल से मोदी सरकार ने गरीबों पर आक्रमण किया है।
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के गरीब और ईमानदार लोग बैंकों और एटीएम की लाइन में खड़े हैं....वे चोर नहीं हैं। उस लाइन में उन्हें एक भी अमीर व्यक्ति या एक भी सूटबूट वाला नहीं दिखा। वो लोग आपके (मोदी) जहाज में बैठकर चीन, जापान और अमेरिका जाते हैं। राहुल ने कहा कि उन्होंने हाल में उत्तर प्रदेश में 30 दिन की किसान यात्रा की थी। इस दौरान किसानों ने मोदी से कर्जा माफ, बिजली बिल आधा करने और अनाज तथा सब्जी के लिए सही दाम दिलवाने की मांग की थी लेकिन मोदी ने एक शब्द नहीं कहा, बल्कि लोकसभा में मनरेगा का मजाक उड़ाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकारें आदिवासियों से जल, जमीन और जंगल छीन रही हैं। कोई भी आदिवासी खड़ा होकर कहता है कि यह मेरी जमीन है तो सरकार के लोग उसे गोली मार देते हैं। राहुल ने फिर आरोप लगाया कि मोदी ने देश के 50 अमीर परिवारों द्वारा बैंकों से लिए गए आठ लाख करोड़ रुपये के कर्ज को माफ करने के लिए नोटबंदी का कदम उठाया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी लोकसभा चुनाव में अपनी मार्केटिंग में की गई मदद के एवज में इन बकायेदारों से रकम नहीं वसूल रहे हैं। इसलिए उन्होंने नोटबंदी करके देश के 99 प्रतिशत लोगों का धन बैंक में जमा कराने का डामा रचा, ताकि ईमानदार लोगों का धन ज्यादा से ज्यादा वक्त तक बैंक में फंसा रहे और अमीरों का कर्ज माफ किया जा सके।
उन्होंने दावा किया कि देश का 94 प्रतिशत कालाधन सोने के रूप में, विदेशी बैंक खातों में और रियल एस्टेट में रखा जाता है। मोदी यह बात बहुत अच्छी तरह जानते हैं। जब देश के लोगों ने उनसे उनकी वादाखिलाफियों पर सवाल शुरू किए तो वह घबरा गए और काले धन पर सर्जिकल स्ट्राइक का नया ड्रामा सोचा। यह मोदी का सर्जिकल स्ट्राइक नहीं था, बल्कि हिंदुस्तान के गरीबों, किसानों, मजदूरों और मध्यम वर्ग पर की गई फायर बाम्बिंग थी।
राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार का वादा किया था लेकिन कई उद्योग बंद करा दिए। अब वह खुद स्वीकार करते हैं कि पिछले 70 साल में सबसे जादा बेरोजगारी आज है। यह नोटबंदी की वजह से है। नोटबंदी की वजह से मैनपुरी में इलाज ना हो पाने की वजह से एक बच्चे की मौत हो गई। मोदी ने उस बच्चे की हत्या क्यों की, यह देश को बताएं। (एजेंसी)