प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘आज का दिन भाजपा कार्यकर्ताओं की विभिन्न पीढ़ि़यों की कड़ी मेहनत को याद करने का दिन है जिन्होंने समाज सेवा के उद्देश्य से धीरे-धीरे इस पार्टी को बनाया।‘
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘यह गर्व की बात है कि देशभर से और समाज के सभी वर्गों के लोगों ने भाजपा में अपना भरोसा दिखाया है।‘ उनके प्रति आभार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, अंत्योदय से प्रेरित, भारत, खासकर गरीबों और वंचितों की सेवा करने का हमारा प्रयास पूरे उत्साह के साथ आगे भी जारी रहेगा। इस दौरान प्रधानमंत्री ने भाजपा मुख्यालय का भी दौरा किया और पंडित दीन दयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि दी।
I bow all @BJP4India Karyakartas on the special occasion of the Party’s Sthapana Diwas.
We remember, with great pride, the heroic service and sacrifice of all Karyakartas who built the BJP and committed themselves towards creating a stronger and better India. #IndiaTrustsBJP pic.twitter.com/5iLKVcBVI7
— Narendra Modi (@narendramodi) April 6, 2018
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ‘भाजपा का पूरे देश में विस्तार कर भारत को विश्व गुरु के पद पर आसीन करना ही हम सब कार्यकर्ताओं की ओर से इन हुतात्माओं को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। करोड़ों कार्यकर्ताओं और समस्त देशवासियों को भाजपा के 38वें स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।‘
नमो ऐप से करेंगे संवाद
केंद्र के अलावा 21 राज्यों में सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी आज अपना 39वां स्थापना दिवस मना रही है। भाजपा अपने इस स्थापना दिवस का जश्न जोर-शोर से मना रही है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह मुंबई में आज कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे, तो शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसदीय क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं से नमो ऐप के जरिए बात करेंगे। इन पांच संसदीय क्षेत्रों में नई दिल्ली, उत्तरी-पूर्वी दिल्ली, उत्तरी मध्य मुंबई, हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) और सारण (बिहार) शामिल हैं।
कब हुई थी स्थापना?
आपातकाल के दौरान भारतीय जनसंघ और दूसरे राजनीतिक दलों ने महागठबंधन किया और जनता पार्टी का जन्म हुआ था। जनता पार्टी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की नीतियों के खिलाफ चुनाव लड़ा और पार्टी को बड़ी जीत मिली थी, लेकिन जनता पार्टी में आंतरिक कलह पैदा हो गई और जनता पार्टी की सरकार अपना कार्यकाल भी पूरा नहीं कर सकी। इसके बाद जनसंघ जनता पार्टी से अलग हो गई। छह अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी के नाम से नई पार्टी का गठन हुआ। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पार्टी के पहले अध्यक्ष बने।