ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उनके कांग्रेस छोड़ने के बाद चर्चाएं शुरू हो गईं कि पार्टी सिंधिया को दरकिनार कर रही थी। अब इस पर दिग्विजय सिंह ने जवाब दिया है। सिंह ने कहा कि दरकिनार किए जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि दरकिनार किए जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा, 'कृपया ग्वालियर चंबल संभाग से विशेष रूप से मध्य प्रदेश के किसी भी कांग्रेस नेता से पूछें तो आपको पता चलेगा कि पिछले 16 महीनों में उनकी सहमति के बिना इस क्षेत्र में कुछ भी नहीं हुआ। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।'
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही उनके समर्थक पार्टी के 22 विधायकों के इस्तीफे से राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। कांग्रेस छोड़ने वाले 49 वर्षीय सिंधिया केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। ऐसी अटकले हैं कि सिंधिया को राज्यसभा का टिकट दिया जा सकता है और उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है।
हालांकि कांग्रेस नेताओं का दावा है कि उनकी पार्टी को कोई खतरा नहीं है। मध्यप्रदेश कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा कि कुल 4 निर्दलीय विधायक हैं, चारों हमारे साथ हैं। विधायक सभी हमारे साथ हैं जो सिंधिया जी के साथ गए हैं वो भी हमारे साथ हैं क्योंकि वो समझ रहे हैं कि एक व्यक्ति की महत्वकांक्षा के चलते उन सबके भविष्य दांव पर हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास पर गिनती है जो हम विधानसभा के पटल पर साबित कर देंगे, नंबर की कोई कमी नहीं है। बेंगलुरु वाले विधायक हमारे साथ हैं, वो कांग्रेस के साथ हैं। विधानसभा में हम अपना बहुमत सिद्ध करेंगे। भाजपा के विधायक भी हमारे टच में हैं।
सिंधिया को कांग्रेस में क्या मिला
सिंधिया को दरकिनार किए जाने की बातों पर पलटवार करते हुए पार्टी ने ट्वीट किया, “सिंधिया की 18 साल की राजनीति में कांग्रेस ने 17 साल सांसद बनाया, 2 बार केंद्रीय मंत्री बनाया, मुख्य सचेतक बनाया, राष्ट्रीय महासचिव बनाया, यूपी का प्रभारी बनाया, कार्यसमिति सदस्य बनाया, चुनाव अभियान प्रमुख बनाया, 50+ टिकट, 9 मंत्री दिये, फिर भी मोदी-शाह की शरण में ?”
कमलनाथ बोले- हम मजबूत स्थिति में, नहीं हुए नाकाम
राज्य सरकार पर छाए संकट के बीच कमलनाथ का कहना है कि वे मजबूत स्थिति में हैं, असफल नहीं हुए हैं। भाजपा पहले से ही हमारी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में लगी हुई थी। उसने 14 महीनों में सरकार को अस्थिर करने के कई असफल प्रयास किए और मुंह की खाई। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य के मौजूदा हालात के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताते हुए कहा है कि हर बार की तरह इस बार भी बीजेपी को मुंह की खानी पड़ेगी। सरकार पूरी तरह से सुरक्षित है। हमारे विधायकों को बेंगलुरु में क़ैद कर रखा गया है, वो मेरे सम्पर्क में हैं। यदि वे स्वतंत्र होते तो उन्हें बैंगलोर में क्यों रखा है, उन्हें भोपाल लाएं। सरकार चलेगी, चिंता की कोई बात नहीं है।
भाजपा बोली- यह मात्र शुरुआत...
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रदेश के ताजा हालातों को लेकर कहा कि ये तो मात्र शुरूआत है, ऐसा अन्य राज्यों में भी होगा। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है, हम अपना बहुमत साबित करेंगे। हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।