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कांवड़ यात्रा पर पुलिस के आदेश को लेकर बोले कपिल सिब्बल- क्या यही है 'विकसित भारत' का मार्ग

राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा मार्ग पर सभी खाने-पीने की दुकानों पर...
कांवड़ यात्रा पर पुलिस के आदेश को लेकर बोले कपिल सिब्बल- क्या यही है 'विकसित भारत' का मार्ग

राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा मार्ग पर सभी खाने-पीने की दुकानों पर मालिकों का नाम लिखे जाने के राज्य सरकार के आदेश को शनिवार को ‘विभाजनकारी एजेंडा’ करार दिया।

मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा कावंड़ यात्रा मार्ग पर सभी खाने-पीने की दुकानों पर मालिकों का नाम लिखे जाने का आदेश जारी किया था। इस विवादास्पद आदेश को कुछ दिन बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में लागू कर दिया।

राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि कांवड़ यात्रा पर जो राजनीति हो रही है, वह हमें विकसित भारत की ओर नहीं ले जाएगी। प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और मुख्यमंत्रियों को ऐसे मुद्दे जिसका मकसद केवल राजनीति है, उन्हें नहीं उठाना चाहिए। आम आदमी का इन मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है, मैं खासतौर पर यूपी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से कहना चाहूंगा कि इसे रोकें। कांवड़ यात्रा पहले भी होती रही है...जो लोग यात्रा पर जाते हैं, सब जानते हैं कि कहां खाना है और कहां नहीं खाना है। 

उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर 'नेमप्लेट' लगाने के निर्देश पर केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा कि यह राज्य सरकार का मामला है, राज्य सरकार अगर तत्कालीन कोई विज्ञप्ति निकालती है तो सभी को मानना होता है। सांसद कपिल सिब्बल के बयान पर उन्होंने ने कहा कि मनमोहन सिंह किस पार्टी के प्रधानमंत्री थे और उनके आदेश क्या रहें? उन दिनों के लिखा गया है कि नेमप्लेट लिखा होना चाहिए। कपिल सिब्बल मनमोहन ऑर्डर देखें तो सिंह जी के इस आदेश को देख लें। 

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि हर दुकान पर अगर दुकानदार अपना नाम लिखकर रखेंगे तो इसमें हर्ज क्या है, इसे धार्मिक दृष्टिकोण से क्यों देख रहे हैं... कई बार हम किसी दुकान पर जाते हैं और उसे खोजते हैं तो दुकान के नाम से हमें उसे खोजने में आसानी होती है। 

 

 

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