हॉकी इंडिया और अरुण जेटली के बारे में केपीएस गिल ने अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में गिल ने आरोप लगाया है कि एडवाइजरी बॉडी का सदस्य रहते हुए जेटली ने अपनी बेटी सोनाली जेटली को हॉकी इंडिया का वकील बनवाया और फीस के तौर पर भारी भुगतान प्राप्त करने में मदद की। गिल ने केजरीवाल से हॉकी इंडिया में हुई अनियमितताओं की जांच कराने की मांग की है।
गौरतलब है कि इससे पहले कीर्ति आजाद ने डीडीसीए में जेटली के कार्यकाल के दौरान गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगाए थे, जिसे लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच सियासी जंग छिड़ चुकी है। हालंकि, डीडीसीए मामले में अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए अरुण जेटली ने केजरीवाल समेत आप के 5 नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया है लेकिन अब केपीएस गिल के आरोप उनकी दिक्कतें बढ़ा सकते हैं।
आईएचएफ सचिव अशोक माथुर ने कहा , गिल ने दिल्ली के मुख्यमंत्राी को पत्रा लिखकर हाकी इंडिया में जेटली के हितों के टकराव की जांच करने को कहा है। हाकी इंडिया दिल्ली रजिस्ट्रार ऑफ सोसायटीज के तहत रजिस्टर्ड है लिहाजा दिल्ली सरकार को मामले की जांच का अधिकार है।
गिल के पास कोई सबूत नहीं: नरेंद्र बत्रा
केपीएस गिल द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए हॉकी इंडिया के प्रमुख नरिंदर बत्रा ने कहा है कि गिल के पास इन आरोपों का कोई सबूत नहीं है। हॉकी इंडिया बहुत अच्छा काम कर रही है।
केपीएस गिल का कथित पत्र
अरविंद केजरीवाल को भेजे गया केपीएस गिल का एक कथित पत्र सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है। हालांकि, अभी इस पत्र की प्रमाणितकता की पुष्टि नहीं हुई है।
There shud be no politician in any sports body. Let sports be handled by professionals.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 23, 2015