हैदराबाद के निकाय चुनाव में सीएम योगी का रोड शो और रैली थी जिसमें योगी ने उमड़ी भीड मे यूपी में चल रहे अपने सियासी फार्मूले को हवा दे दी। उनकी कट्टर हिंदू छवि का रंग हैदराबाद मे भी दिखा। योगी आदित्यनाथ ने अपने यूपी के प्रयोग का जिक्र करते हुए इशारे-इशारे मे वो कह दिया, जो वह कहना चाहते थे। उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा की सरकार आई तो हमने फैजाबाद का नाम आयोध्या कर दिया। इलाहाबाद का प्रयागराज कर दिया, अब हैदराबाद का नाम भाग्यनगर बदलने का समय आ गया है।
अब सवाल है कि योगी के मुंह से यह क्यूं निकला और क्या है भाग्यनगर का रिश्ता। भाग्यनगर नाम हैदराबाद से जुड़ी एक प्रेमकथा से जुड़ा है, जिसमें प्रमुख किरदार एक नृत्यांगना भागमती थी। कहा जाता कि भागमती से कुली कुतुब शाह ने प्यार किया और बाद मे शादी की। फिर भागमती को धर्म बदलना पडा और नाम हैदर महल पडा बाद मे इसका नाम हैदराबाद पड़ गया।
ये भी कहा जाता है कि बागो और हरियाली के कारण भी बाग नगर इसको कहा गया। इस नाम की कई कहानी है पर योगी ने इन कहानियो का एक ही मास्टर स्ट्रोक लगाया और की लव ज़िहाद की तरह इस धर्म परिवर्तन से पहले का नाम होने का ऐलान कर किया।
हैदराबाद मे ये बहस तो चल ही पडी है जो यूपी तक आ गयी है और नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि योगी जी यूपी पर ध्यान दे और दूसरे राज्य मे नफरत की पहेली ना खेले। पर ये तो तय है विपक्षी क्या कहते है अलग बात है बीजेपी का योगी को हैदराबाद भेजने का काम जरुर पूरा हो गया है। एक विवाद तो शुरु हो ही गया है और इसका नतीज़ा अब चुनाव मे ही देखना होगा।