शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र में एमवीए सरकार संकट में नजर आ रही है। सियासी संकट को लेकर सभी पार्टियों में हलचल बढ़ गई है। शिंदे ने पाटी विधायकों के साथ सूरत के एक होटल में डेरा डाल लिया है। माना जा रहा है कि यह संख्या करीब 30 है। वहीं, एकनाथ शिंदे ने मिलिंद नारवेकरके फोन से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की। इस बीच, शिवसेना के बचे 22 विधायकों को सीएम निवास से मुंबई के एक होटल में शिफ्ट किया गया है। विधान परिषद चुनाव में ‘क्रॉस-वोटिंग'की आशंकाओं के बीच राज्य की उद्धव सरकार की स्थिरता सवालों के घेरे में है।
सूत्रों के अनुसार, देर शाम को शिंदे ने शिवसेना के दो नेताओं से सूरत में मुलाकात की, लेकिन उन्होंने सुलह के लिए शर्त रखी है कि शिवसेना बीजेपी के साथ सत्ता में वापस लौटे। इसके साथ ही राज्य में सभी दलों में सियासी हलचल तेज हो गई है।
शिंदे के इस कदम ने महाराष्ट्र में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के गठबंधन महा विकास अघाड़ी-महागठबंधन सरकार के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाने के बाद महाराष्ट्र में सियासी घमासान शुरू हो गया है।
राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के महाराष्ट्र के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि ताजा राजनीतिक घटनाक्रम से उनकी पार्टी का कोई भी संबंध नहीं है हालांकि वे यह कहने से नहीं चूके कि अगर शिंदे सरकार बनाने का प्रस्ताव लेकर आते हैं तो भाजपा इस पर ‘जरूर विचार करेगी।'
शिवसेना ने नवंबर 2019 में एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुना था। शिंदे महाराष्ट्र के ठाणे जिले का एक प्रमुख चेहरा हैं। शिंदे ने ही इस क्षेत्र में शिवसेना को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके बेटे श्रीकांत शिंदे भी कल्याण से शिवसेना के सांसद हैं।
सियासी संकट के बीच सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों नेताओं के साथ मुलाकात के बाद एकनाथ शिंदे ने मिलिंद नारवेकरके फोन से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की। यह बातचीत करीब 10 मिनट हुई। एकनाथ शिंदे ने कहा कि वो पार्टी की भलाई के लिए यह कदम उठा रहे हैं। अब तक उन्होंने कोई फैसला नहीं लिया है और न ही किसी दस्तावेज़ पर दस्तखत किए हैं।. सीएम ठाकरे ने शिंदे से विचार कर वापस आने के लिए कहा है।.
सीएम उद्धव ठाकरे आज लगातार सहयोगी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की। शिवसेना नेताओं के साथ बैठक में ठाकरे ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि बागी तेवर दिखा रहे एकनाथ शिंदे जल्द ही पार्टी में लौट आएंगे।