इससे पहले दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित ने हार के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा क्योंकि दिल्ली में कांग्रेस का नेतृत्व उन्हीं के हाथों में था इसलिए हार के लिए भी वही जिम्मेदार हैं।
शीला दीक्षित का कहना है कि अन्य पार्टी में नाराज लोगों को मनाया जाता है और जिसके हाथ में कमान है उसे ही ये काम करना पड़ता है, लेकिन हमारे यहां इसके ठीक उल्टा हुआ है।
शीला दीक्षित ने एमसीडी चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी को सलाह देते हुए कहा है,''यह जनता का जनादेश है, इसे सम्मान के साथ स्वीकार किया जाना चाहिए।''
शीला दीक्षित से जब कांग्रेस की हार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दरअसल आक्रामक प्रचार नहीं किया. इस वजह से कांग्रेस पिछड़ गई। कांग्रेस के किसी भी कद्दावर या बड़े नेता ने 270 वार्डों में प्रचार नहीं किया। जब उनसे पूछा गया कि आपने प्रचार क्यों नहीं किया तो शीला दीक्षित ने कहा, '''मैंने इसलिए प्रचार नहीं किया क्योंकि पार्टी ने इसके लिए मुझे आमंत्रित नहीं किया। मैं अपने आप से तो ऐसा नहीं कर सकती थी।'