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भाजपा-जद (एस) ने किया कर्नाटक में ‘रणदीप शासन’ होने का दावा, सुरजेवाला को ‘सुपर सीएम’ करार दिया

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को कई...
भाजपा-जद (एस) ने किया कर्नाटक में ‘रणदीप शासन’ होने का दावा, सुरजेवाला को ‘सुपर सीएम’ करार दिया

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को कई मंत्रियों के साथ एक के बाद एक बैठक की जिस पर विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल सेक्युलर (जद एस) ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए सुरजेवाला को ‘‘सुपर मुख्यमंत्री’’ करार दिया।भाजपा नेता अशोक का दावा है कि कांग्रेस आलाकमान को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर भरोसा नहीं है। जनता दल (एस) के निखिल कुमारस्वामी का कहना है कि सुरजेवाला सरकार चला रहे हैं।

विपक्षी नेताओं ने सवाल किया कि क्या राज्य में ‘‘रणदीप शासन’’लागू हो गया है।

विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा नेता आर अशोक ने दावा किया कि कांग्रेस आलाकमान, जो सीएम सिद्धारमैया पर पूरी तरह से विश्वास खो चुका है, ने कर्नाटक में "रणदीप शासन" लागू कर दिया है।

सुरजेवाला की मंत्रियों के साथ आमने-सामने की बैठकों का बुधवार को तीसरा दिन था। बताया जा रहा है कि इन बैठकों का उद्देश्य उनकी शिकायतों को समझना, उनके कामकाज का आकलन करना और मंत्रियों के खिलाफ पार्टी विधायकों द्वारा की गई शिकायतों का समाधान करना है। इससे पहले, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव ने राज्य के पार्टी विधायकों के साथ आमने-सामने की दो दौर की बैठकें की थीं।

अशोक ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में पूछा, "क्या राज्य में रणदीप शासन लागू है? क्या गुरुवार की कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता भी सुरजेवाला करेंगे?" उन्होंने दावा किया, ‘‘कांग्रेस आलाकमान, जो लॉटरी वाले मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर से पूरी तरह विश्वास खो चुका है, ने कर्नाटक में ‘‘रणदीप शासन’’ लागू कर दिया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए अगर सुरजेवाला, जो केपीसीसी कार्यालय और पांच सितारा होटलों में असंतुष्ट विधायकों की शिकायतें सुन रहे हैं और मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा कर रहे हैं, गुरुवार को विधान सौध में होने वाली कैबिनेट बैठक में आएं और स्वयं इसकी अध्यक्षता करें।’’ अशोक ने आरोप लगाया, "मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का प्रशासन पर कोई नियंत्रण नहीं है, उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को विधायकों का समर्थन नहीं है और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पास किसी को भी मुख्यमंत्री नियुक्त करने का अधिकार नहीं है।"

अशोक ने दावा किया, "कुल मिलाकर, कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी एक भी ऐसे नेता के बिना "अनिश्चितता" की स्थिति में है जो मुख्यमंत्री पद को प्रभावी ढंग से संभाल सके।" इस बीच, जनता दल (एस) के प्रदेश युवा अध्यक्ष निखिल कुमारस्वामी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, "कर्नाटक के सुपर सीएम के रूप में सुरजेवाला को उनकी मौन पदोन्नति के लिए बधाई।" उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "लगता है कि निर्वाचित मुख्यमंत्री ने सुरजेवाला को सरकार चलाने के लिए एक जीपीए सौंप दिया है।"

उन्होंने दावा किया, "लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित विधायक अब निर्वाचन क्षेत्र विकास निधि के लिए 'सुरजेवाला सरकार' के आगे झुकने को मजबूर हैं।" सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर मुख्यमंत्री परिवर्तन की अटकलों की ओर इशारा करते हुए निखिल कुमारस्वामी ने दावा किया, "सिद्धारमैया (मुख्यमंत्री पद के लिए) निवर्तमान हैं, डीके शिवकुमार नए हैं, लेकिन सुरजेवाला पहले से ही सत्ता में हैं।" उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक को कठपुतली राज्य बना दिया है और इसे "संघवाद और लोकतंत्र का पूरी तरह से मज़ाक" करार दिया।

 

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