कयास लगाया जा रहा है कि मौर्य ने मोदी से मिलकर राज्य में भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार के रूप में खुद को पेश किया। गौरतलब मौर्य के नेतृत्व में ही पार्टी को यहां असाधारण सफलता मिली है।
राज्य में मुख्मंत्री पद की दौड़ में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ तथा संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा और इलाहाबाद के विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह शामिल हैं।
दूसरी ओर, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि राज्य का मुख्यमंत्री योग्यता के आधार बनाया जाएगा। शाह को ही मुख्यमंत्री के चयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह संसदीय बोर्ड की बैठक में वरिष्ठ नेताओं से
विचार-विमर्श करके इस बारे में अंतिम फैसला लेंगे। (एजेंसी)