मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर इशारों में बीजेपी और नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है।। एक कार्यक्रम में मलिक ने कहा कि उन्होंने कहा कि अगर वह कृषि के मुद्दों पर कुछ कहेंगे तो यह विवाद बन जाएगा। मलिक केंद्र की लगातार आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने ये कहा कि अगर उन्हें 'दिल्ली के लोग' ऐसा करने के लिए कहते हैं तो वह राज्यपाल का पद छोड़ देंगे।
मलिक ने आलोचकों को निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर मैं किसानों के मुद्दों पर कुछ कहता हूं, तो यह विवाद बन जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को हटाया नहीं जा सकता लेकिन मेरे कुछ शुभचिंतक चाहते हैं कि मैं कुछ कहूं और हटूं। मुझे दिल्ली के 2-3 लोगों ने बनाया था, जिस दिन वो कहेंगे कि हमें दिक्कत है छोड़ दो, तो मैं अपना इस्तीफा देने में एक मिनट भी नहीं लगाऊंगा।
किसान आंदोलन पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि देश में इतना बड़ा आंदोलन आज तक नहीं चला, जिसमें 600 लोग शहीद हुए। बावजूद इसके दिल्ली में बैठे नेताओं ने शोक तक नहीं जताया। मलिक ने कहा कि एक जानवर के मरने पर भी दिल्ली में बैठे नेता शोक जताते हैं पर किसानों की मौत पर संसद में शोक प्रस्ताव तक नहीं पेश किया गया।
उन्होंने हाल ही यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि अगर भाजपा विरोध कर रहे किसानों की मांगों को पूरा नहीं करती है तो वह सत्ता में नहीं लौटेगी। अक्टूबर में राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक कार्यक्रम के इतर स्थानीय पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसानों की मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो यह सरकार सत्ता में नहीं लौटेगी। भाजपा नेता अब चुनाव वाले यूपी के कई गांवों में प्रवेश भी नहीं कर सकते हैं। मैं मेरठ से हूं। मेरे क्षेत्र में कोई भी भाजपा नेता किसी गांव में प्रवेश नहीं कर सकता है। मेरठ में, मुजफ्फरनगर में, बागपत में वे प्रवेश नहीं कर सकते।