कांग्रेस ने पीट-पीटकर हत्या (लिंचिंग) के दोषियों को कथित तौर पर सम्मानित करने वाले केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा तथा गिरिराज सिंह के बिहार में दंगे के आरोपी के यहां जाने का ‘बचाव करने’ के लिए नितिन गडकरी की आलोचना की है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘गडकरी ने जो कहा है उसकी बहुत कड़ी निंदा होनी चाहिए, उसमें माननीय गडकरी जी भी जुड़ गए हैं।’
उन्होंने कहा, ‘ केन्द्र के इतने उच्च स्तर के मंत्री एक ऐसे व्यक्ति, एक ऐसे परिवार में जा रहे हैं जो इतने जघन्य आरोपों से घिरे हैं। उसके बाद आप तकनीकि स्पष्टीकरण देंगे और सुझाव देंगे कि वो अभी आधे दोषी साबित हुए हैं। क्या इससे संकेत नहीं मिलता कि इनकी मंशा क्या है?’ एक खबर के मुताबिक गडकरी ने कहा कि लोगों को किसी से भी मिलने की आजादी है।
जानें पूरा मामला-
केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने झारखंड के रामगढ़ में जमानत पर छूटे मॉब लिंचिंग के दोषियों को माला पहनाकर मिठाई खिलाई। इसकी फोटो सोशल मीडिया में सामने आते ही विपक्ष ने सवाल उठाने शरू कर दिए। पिता यशवंत सिन्हा ने भी बेटे के इस फैसले से किनारा कर लिया।
क्या बोले जयंत सिन्हा
इस पर नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री ने कहा, 'वे लोग मेरे घर आए थे। मैं जनता का प्रतिनिधि हूं। इस लिहाज से मुलाकात की। मैंने उनका हालचाल जाना। कानून और कोर्ट अपना काम कर रहा है। इस मामले में जो भी दोषी हैं, उन्हें सजा जरूर मिलेगी।'
पिता यशवंत सिन्हा बोले कुछ ऐसा
यशवंत सिन्हा ने ट्वीट किया, 'पहले मैं लायक बेटे का नालायक पिता था, लेकिन रोल बदल चुके हैं। ऐसा ट्विटर पर लोग कह रहे हैं। मैं बेटे के फैसले से इत्तेफाक नहीं रखता हूं। मुझे पता है कि इसके बाद भी ट्विटर पर मेरा अपमान ही होगा। आप कभी जीत नहीं सकते।
विपक्ष ने उठाए थे सवाल-
ये कैसे जनप्रतिनिधि:इस मामले में विपक्षी दलों ने जयंत सिन्हा और मोदी सरकार की आलोचना की। झारखंड में विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि हार्वर्ड से पढ़े केंद्रीय मंत्री लिंचिंग के दोषियों का सम्मान कर रहे हैं। ये शर्मनाक है।
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि सिन्हा लिंचिंग के दोषियों के साथ खड़े हैं। मोदी सरकार हिंदुत्व को बढ़ावा दे रही है, जिससे मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं बढ़ने लगी हैं।
कांग्रेस ने कहा कि ऐसे लोगों का समर्थन निंदनीय है। यही भाजपा का असली रंग है। चुनाव जीतने के लिए वह कोई भी सीमा लांघ सकती है।