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रविवार को होगा कैबिनेट विस्तार, रूडी-उमा समेत पांच मंत्रियों ने दिया इस्तीफा

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार की घड़ी आ गई है। इसके मद्देनजर राजीव प्रताप रूडी समेत कम से कम 8 मंत्रियों के इस्तीफे की खबरें आ रही हैं। यह संभवत: मोदी सरकार का आखिरी ऐसा बड़ा कैबिनेट विस्तार होगा जिसमें कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है जबकि कई नए चेहरों को मौका दिया जाएगा।
रविवार को होगा कैबिनेट विस्तार, रूडी-उमा समेत पांच मंत्रियों ने दिया इस्तीफा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार ( 3 सितंबर) को सुबह दस बजे अपनी मंत्रिपरिषद में फेरबदल करेंगे। मई 2014 में मोदी सरकार के केंद्र में सत्ता संभालने के बाद यह मंत्रिमंडल में तीसरा फेरबदल होगा।

मंत्रिमंडल में होने वाले फेरबदल से पहले पांच मंत्री राजीव प्रताप रुडी, संजीव कुमार बालियान, फग्गन सिंह कुलस्ते  महेंद्र नाथ पांडे और केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री बंडारू दत्तात्रेय इस फेरबदल से पहले इस्तीफा दे चुके हैं। मंत्रिमंडल में इस फेरबदल का मकसद एनडीए के नए सहयोगियों को सरकार में शामिल करने के साथ-साथ लचर प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों को बदलना भी है।

सूत्रों के अनुसार, जिन मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है अथवा जिनसे इस्तीफा देने के लिए कहा गया है, उनमें कलराज मिश्र, निर्मला सीतारमण, गिरिराज सिंह के नाम शामिल हैं। इनके अलावा एक-दो और मंत्रियों के इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही हैं। रेल मंत्री सुरेश प्रभु पहले ही अपने इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। उनकी जगह नितिन गडकरी को रेल मंत्रालय का जिम्मा मिल सकता है। मंत्रिमंडल में इस फेेेेरबदल का मकसद एनडीए के नए सहयोगियों को सरकार में शामिल करने के साथ-साथ लचर प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों को बदलना भी है। 

ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा महासचिव भूपेन्द्र यादव, पार्टी उपाध्यक्ष विनय सह्रस्त्रबुद्धे के अलावा प्रह्ललाद पटेल, सुरेश अंगडी, सत्यपाल सिंह और प्रह्लाद जोशी को भी मंत्री बनाया जा सकता है। बिहार में भाजपा के साथ गठबंधन सरकार बनाने वाली जदयू के भी मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना है और जदयू की ओर से आर सी पी सिंह और संतोष कुमार के मंत्री बनाये जाने की चर्चा है। 

रविवार को मंत्रिमंडल विस्तार!

रविवार को सुबह 10 बजे मंत्रिमंडल में फेरबदल किया जाएगा। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ही चीन दौरे के लिए रवाना होंगे। मंत्रिमंडल में फेरबदल के सिलसिले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को पीएम मोदी के अलावा केंद्र के कम से कम आठ मंत्रियों से मुलाकात कर चुके हैं। माना जा रहा है कि इन मंत्रियों को हटाया जाएगा या फिर इनकी जिम्मेदारियां बदली जा सकती हैं। मंत्रिमंडल से बाहर किए जाने वाले मंत्रियों को पार्टी संगठन में अहम जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं। 

कैबिनेट में बदलाव से जुड़ी खास बातें

- मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नए चेहरों में अश्विनी चौबे, हेमंत बिस्वा, प्रह्लाद जोशी, भूपेन्द्र यादव, विनय सहस्त्रबुद्धे और सत्यपाल सिंह के नाम चल रहे हैं। 

- पिछले दिनों एनडीए में शामिल हुए नीतीश कुमार के जदयू से एक कैबिनेट मंत्री और दो राज्य मंत्री बनाए जा सकते हैं।

- एआईडीएमके से थंबी दुरई और के वेणुगोपाल को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। 

- पीएम मोदी कौशल विकास मंत्री रूडी के कामकाज से खुश नहीं बताए जा रहे हैं। रोजगार के मुद्देे पर सरकार बुरी तरह घिरी हुई है। रूडी को सरकार से हटाकर भाजपा संगठन में भेजा जा सकता है।

- कलराज मिश्र को 75 साल से ज्यादा उम्र की वजह से मंत्रिमंडल से हटाया जा सकता है। एमएसएमई मंत्रालय में मिश्र कोई खास छाप नहीं छोड़ पाए।

- मानव संसाधन विकास मंत्रालय में राज्यमंत्री महेंद्रनाथ पांडेय के यूपी भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनने से भी उनकी जगह खाली होगी।

-  सुरेश प्रभु की जगह सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को मिल सकता है रेल मंत्रालय का जिम्मा। प्रभु को पर्यावरण मंत्रालय में भेजा जा सकता है। 

 -  इस कैबिनेट विस्तार में देश को नया रक्षामंत्री मिल सकता है। मनोहर पर्रिहर के गोवा जाने के बाद से वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास इसका अतिरिक्त प्रभार है। 

-  मंत्रिमंडल विस्तार में पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान और प्रकाश जावड़ेकर का कद बढ़ सकता है।

- फिलहाल वन व पर्यावरण मंत्रालय, शहरी विकास, रक्षा और सूचना प्रसारण जैसे अहम मंत्रालय अतिरिक्त प्रभार के भरोसे चल रहे हैं। इन मंत्रालयों का पूरा जिम्मा दिया जा सकता है। इससे कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे अरुण जेटली, डॉ. हर्षवर्धन और नरेंद्र सिंह तोमर जैसे मंत्रियों पर काम को बोझ कम होगा।  

- जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया है। प्रधानमंत्री उनके प्रदर्शन से भी खुश नहीं बताए जा रहे हैं। सरकार ने गंगा और यमुना की सफाई को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे, जिन पर खरा उतरना बड़ी चुनौती है। 

- उमा भारती के साथ राज्य मंत्री संजीव बलियान को भी हटाया जा सकता है। उन्हें संगठन में भेजे जाने की अटकलें हैं। उनकी जगह पश्चिमी यूपी और जाट समुदाय से मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और बागपत से सांसद सत्यपाल मलिक को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।  

- केंद्रीय विमानन मंत्री गजपति राजू और कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह का मंत्रालय बदला जा सकता है। मेनका गांधी को भी महिला कल्याण मंत्रालय से हटाकर किसी अन्य विभाग में भेजा जा सकता है।

 

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