केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले एक दशक में पूरे देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाकर भारत के स्वास्थ्य ढांचे को ऊपर उठाया है।
शाह ने कहा कि प्राथमिक से लेकर उच्चतर स्तर तक स्वास्थ्य ढांचे में सुधार किया गया है। वह यहां अग्रोहा स्थित महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज परिसर में महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर उन्होंने नवनिर्मित गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) का उद्घाटन किया और स्नातकोत्तर छात्रावास की आधारशिला रखी। शाह ने विभिन्न क्षेत्रों में मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की कई पहल पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। शाह ने कहा कि गरीबों के लिए चार करोड़ घर बनाए गए हैं, जिससे 20 करोड़ लोगों को आश्रय मिला है।
उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 81 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराने तथा स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रत्येक घर में शौचालय उपलब्ध कराने के केंद्र सरकार के फैसले पर भी चर्चा की।
शाह ने कहा, ‘‘2014 तक इस देश में 12 करोड़ परिवारों के पास शौचालय नहीं थे। कल्पना कीजिए कि शौचालय विहीन परिवारों में लड़कियों की क्या स्थिति थी।’’
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने चिकित्सा ढांचे को बेहतर बनाने के लिए बहुत काम किया है। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘2013-14 में भारत सरकार का स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बजट 37,000 करोड़ रुपये था और 2025-26 में यह 1.37 लाख करोड़ रुपये है।’’
शाह ने कहा कि जब नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तब देश में सात अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) थे, जिनमें से छह अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान स्थापित किए गए थे। अब, 23 एम्स हैं। मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 से बढ़कर 766 हो गई है। एमबीबीएस सीटों की संख्या 51,000 से बढ़कर 1.15 लाख हो गई है, अगले पांच सालों में 85,000 अतिरिक्त सीटें जोड़ने की योजना है।
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, प्रदेश भाजपा प्रमुख मोहन लाल बडोली, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव, मंत्री रणबीर सिंह गंगवा, कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल, जिंदल समूह की मानद अध्यक्ष और हिसार से निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल, पूर्व राज्यसभा सदस्य डी पी वत्स और अन्य उपस्थित थे।