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मोदी सरकार ने सावरकर का ‘अखंड भारत’ का सपना साकार करने का मौका गंवा दिया: शिवसेना (उबाठा)

शिवसेना (उबाठा) ने मंगलवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बंद करने...
मोदी सरकार ने सावरकर का ‘अखंड भारत’ का सपना साकार करने का मौका गंवा दिया: शिवसेना (उबाठा)

शिवसेना (उबाठा) ने मंगलवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बंद करने पर सहमति जताकर हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर के ‘अखंड भारत’ के सपने को साकार करने का अवसर गंवा दिया।

पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया है कि अगर लड़ाई चार दिन और जारी रहती तो भारतीय सशस्त्र बल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके), कराची और लाहौर पर कब्जा कर लेते, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खेल बिगाड़ दिया।

अखबार ने लिखा कि सैन्य कार्रवाई रोकने से पहले भारत को कम से कम पीओके वापस ले लेना चाहिए था और बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग कर देना चाहिए था।

संपादकीय के अनुसार, सावरकर ने पीओके से रामेश्वरम और सिंधु से असम तक फैले अविभाजित भारत का सपना देखा था, लेकिन ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार ने सावरकर के अखंड भारत के सपने को साकार करने का अवसर गंवा दिया।’’

संपादकीय में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी को अब ‘सावरकर के नाम पर राजनीति करने’ का कोई अधिकार नहीं है।

उसने कहा कि मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना अखंड भारत की समर्थक है, लेकिन जब सपने को साकार करने का समय आया, तो वे पीछे हट गए।

भारत और पाकिस्तान ने चार दिन तक सीमा के आरपार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद जमीन, हवा और समुद्र पर सभी गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए शनिवार को एक समझौता किया।

शिवसेना (उबाठा) के राज्यसभा सदस्य और सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि सोमवार शाम को राष्ट्र को संबोधित करने वाले प्रधानमंत्री मोदी विजयी पक्ष के नेता की तरह नहीं लग रहे थे।

मोदी और शाह पर कटाक्ष करते हुए राउत ने कहा कि वे केवल राजनीतिक दलों को तोड़ सकते हैं, पाकिस्तान को नहीं।

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