पेगासस जासूसी मामले को लेकर संसद में विपक्ष लगातार हमलावर है। इस बीच एनडीए सरकार में सहयोगी औरबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पेगासस जासूसी मामले की जांच की मांग का समर्थन कर सियासी गलियारों में राजनीति गरमा दी है। सीएम नीतीश के बयान पर राजद सांसद मनोज झा ने कहा है कि अब सीएम अपनी बातों पर कायम नहीं रहें और यह न कहें कि उनके बयान की गलत व्याख्या की गई है।
सोमवार को विपक्ष के नेताओं की मांग का समर्थन करते हुए एनडीए के सहयोगी सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि टेलीफोन टैपिंग की बात कई दिनों से सामने आ रही है। इसकी जरूर जांच हो जानी चाहिए। ये बात मैं पहले भी बोल चुका हूं। आज कल कौन क्या कर लेगा कहना कहना मुश्किल है। मामले में एक-एक चीजों को देख कर, उचित कदम उठाना चाहिए।
वहीं सीएम नीतीश कुमार के बयान पर आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, " मैं उनसे (नीतीश कुमार) अपनी मांग पर कायम रहने का अनुरोध करूंगा। मुझे उम्मीद है कि वह दबाव में नहीं आएंगे और ये नहीं कहेंगे कि मेरे बयान की गलत व्याख्या की गई थी।"
पत्रकारों ने जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पेगासस जासूसी मामले से संबंधित सवाल किए तो उन्होंने कहा, " क्या हुआ है और क्या नहीं इस पर संसद में लोग बातचीत कर रहे हैं। लेकिन इस मामले की पूरी तरह से जांच होनी चाहिए कि कौन किसके फोन को पूरी तरह से सुन रहे हैं ताकि जो भी सच्चाई है वो सामने आ जाए।कभी भी किसी को डिस्टर्ब करने के लिए कोई इस तरह का काम करता है, तो ये नहीं होना चाहिए।"
सीएम नीतीश ने कहा, " ये पूरा मामला क्या है इस बात की हमें पूरे तौर पर जानकारी नहीं है. जो बात सामने आ रही है, वो ही हमलोग पढ़ और देख रहे हैं. लेकिन मेरे हिसाब से अगर ऐसा हुआ है तो गलत है। केंद्र सरकार अगर नकार रही है, तो उसे पूरे मामले को सामने रखना चाहिए।" बहरहाल पेगासस मामले पर नीतीश कुमार के समर्थन के बाद विपक्षी दलों में राजनैतिक हलचल तेज हो गई है। माना जा रहा है कि बिहार में सरकार में बीजेपी के संबंधों को लेकर चल रही अटकलों के बीच नीतीश कुमार के बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं।