पांच राज्यों में हुए चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने कहा है कि पार्टी की चुनावों में पराजय का कारण बने हर पहलू पर गौर करने के लिए छोटा समूह गठित किया जाएगा। हाल में विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार और कोविड-19 की स्थिति पर विचार के लिए कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कार्यसमिति की महत्वपूर्ण बैठक में उन्होंने यह बात कही।
उन्होंने सीडब्ल्यूसी बैठक में कहा कि हमें खुले दिमाग से यह समझने की जरूरत है कि कांग्रेस केरल और असम में मौजूदा सरकारों को हटाने में विफल क्यों रही और पश्चिम बंगाल में खाता क्यों नहीं खोल पाई।
कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि अगर हम वास्तविकता का सामना नहीं करते हैं, अगर हम तथ्यों को सामने नहीं रखते हैं, तो हम सही सबक नहीं लेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस दौरान मौजूदा महामारी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ने महामारी से निपटने में दायित्वों से पल्ला झाड़ते हुए टीकाकरण का जिम्मा राज्यों को सौंप दिया है।
गांधी ने बैठक में कोरोना की तीसरी संभावित लहर को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि मोदी सरकार जिम्मेदारियों से भाग रही है और उसने टीकाकरण के दायित्व सभी राज्यों पर डालकर अपना पल्ला झाड़ लिया है।
उन्होंने कहा कि यह बेहतर होगा कि केंद्र सरकार देश में सभी नागरिकों को निशुल्क कोरोना टीका उपलब्ध कराए।