नई शिक्षा नीति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सरकार द्वारा घोषित ये नीति 'नौकरी चाहने वालों' की बजाय 'नौकरी सृजक' बनाने पर जोर दिया गया है। पीएम मोदी ने कहा है कि देश में शिक्षा की दशा को बदलने का प्रयास किया जा रहा है।
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 की घोषणा सप्ताह के शुरुआत की गई। इसके अंतर्गत अनुशासनात्मक अध्ययन पर जोर दिया गया है जो यह सुनिश्चित करेगी कि छात्र क्या सीखना चाहता है।
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उन्होंने कहा, "भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति उस भावना के बारे में है जो दर्शाती है कि हम स्कूल बैग के बोझ से हट रहे हैं। ये सीखने के वरदान के लिए है, जो महत्वपूर्ण सोच को याद करने से जीवन में मदद करता है।"
आगे पीएम मोदी ने कहा, "शिक्षा नीति में लाए गए बदलावों के कारण भारत की भाषाएँ आगे बढ़ेंगी और विकसित होंगी। इससे न केवल भारत का ज्ञान बढ़ेगा, बल्कि इससे एकता भी बढ़ेगी।" पीएम ने छात्रों को बताया कि गरीबों को बेहतर जीवन देने के लिए 'जीवन जीने में आसानी' के लक्ष्य को हासिल करने में युवाओं की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।