यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर निषाद पार्टी ने अपना रुख साफ कर दिया है। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा है कि वे यूपी में 2022 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ेंगे। उन्होंने दावा किया कि चुनाव में जीत उनकी होगी और बीजेपी के साथ मिलकर वे सरकार बनाएंगे। उन्होंने सोमवार की रात गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से मुलाकात की थी।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात में यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे के साथ ही बीजेपी गठबंधन को जीत दिलाने की रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक में सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों के जल्द समाधान पर भी बात हुई।
डॉ. निषाद ने बताया कि बैठक में उनकी पार्टी की सभी मांगों पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सहमति जताई है। खासतौर से मझवार समुदाय के लोगों द्वारा उपनाम के तौर पर मांझी, केवट, मल्लाह, गोंड, राजगोंड आदि लिखने पर भी उन्हें मझवार जाति का प्रमाण पत्र निर्गत करने की व्यवस्था को लागू करने को लेकर निर्णायक चर्चा हुई है। जल्द ही भाजपा हाईकमान के साथ अगली बैठक होगी जिसमें सीटों के बंटवारे समेत अन्य मुद्दों पर भी अंतिम फैसला लिया जाएगा। उन्होंने दावा किया था यूपी में हमारी पार्टी का 160 सीटों पर प्रभाव है। हमने 70 सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर बीजेपी से बात की है।
संजय निषाद की पार्टी का पूर्वांचल में खासा प्रभाव है। मौजूद समय में उनके पुत्र प्रवीण निषाद संतकबीरनगर जिले से सांसद हैं। संजय निषाद के भी योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर चर्चाएं हो रही है। मोदी सरकार के मंत्रिरमंडल विस्तार में अपने बेटे और संतकबीरनगर से सांसद प्रवीण निषाद को शामिल नहीं करने पर संजय निषाद ने नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि प्रवीण निषाद उनके बेटे जरूर हैं, लेकिन वे बीजेपी के सांसद हैं। उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उनको मंत्रिमंडल में जगह जरूर मिलनी चाहिए थी।