कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ में कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय में संघ विचारधारा से जुड़े बलदेव भाई शर्मा को नया कुलपति बनाये जाने पर बवाल मच गया है। विश्वविद्यालय में ज्वानिंग के लिए गुरुवार को पहुंचे नए कुलपति बलदेव भाई शर्मा को कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के विरोध के कारण बिना कार्यभार संभाले लौटना पड़ा। श्री शर्मा को कुलपति बनाए जाने को लेकर राजभवन और राज्य सरकार के बीच विवाद गहरा गया है।
विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति पर बवाल
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति का मामला पिछले साल दिसंबर से ही पेंडिंग में था। वर्तमान में यहां पत्रकारिता विभाग के प्रभारी कुलपति कमिश्नर जीआर चुरेंद्र हैं। बताया जा रहा है कि सूबे के राज्यपाल अनुसुइया उइके व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच लंबे समय से चर्चा चल रही थी कि किसे इस विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया जाए। कई नामों की चर्चा होती रही, लेकिन आम सहमति नहीं बन पाने के कारण मामला अटका था। राज्य में जब सरकार के करीबी लोगों पर आयकर के छापे चल रहे थे तब राज्यपाल ने 02 मार्च को बलदेव भाई शर्मा को कुलपति नियुक्त कर दिया। आमतौर पर कुलपति के नियुक्ति आदेश पर राज्यपाल के सचिव या उपसचिव दस्तखत करते हैं, लेकिन बलदेव भाई शर्मा का नियुक्ति आदेश राज्यपाल के हस्ताक्षर से जारी हुआ है। सूत्रों का कहना है कि राज्यपाल ने विधि विशेषज्ञों की राय लेकर आदेश जारी किया है और पूर्व के राज्यपाल भी अपने दस्तखत से कुलपति नियुक्त कर चुके हैं।
लेकिन कांग्रेस शासित राज्य में संघ विचारधारा के व्यक्ति को कुलपति बनाये जाने से सरकार को तगड़ा झटका लगा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को कहा था कि राजभवन ने अपना काम किया है अब हम अपना काम करेंगे।
विज्ञापन किया रद्द
नियुक्ति के बाद राज्य सरकार ने बुधवार को हाईकोर्ट में बताया कि उसने कुलपति चयन के लिए पिछले साल 9 अप्रैल 2019 को जारी विज्ञापन को रद्द कर दिया है। विश्वविद्यालय के ही एक प्रोफ़ेसर ने कुलपति चयन प्रक्रिया के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। वहीं राज्यपाल अनुसुईया उइके 5 मार्च को दिल्ली जा रही हैं। खबरों के मुताबिक यूजीसी के अफसरों से इस पर नियमों को लेकर जानकारी लेंगी।
कांग्रेस के छात्र विंग एनएसयूआई ने बलदेव भाई शर्मा के कुलपति पद पर नियुक्ति का विरोध किया। ज्वानिंग से पहले विद्यार्थियों ने गेट पर ही धरना दे दिया। इसके बाद वे बिना ज्वॉइनिंग के ही लौट गए। बलदेव भाई शर्मा इससे पहले नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वो कई मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। बलदेव भाई शर्मा का जन्म 6 अक्टूबर, 1955 को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के पटलौनी (बल्देव) गांव में हुआ। वो पिछले चार दशकों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं और देश के कई बड़े अखबारों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।