मोदी सरकार ने शुक्रवार को अपना अतंरिम बजट पेश किया। इस बजट में केंद्र सरकार ने कई योजनाओं का ऐलान किया। बजट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, यह ट्रेलर है। चुनाव के बाद देश विकास के रास्ते पर चलेगा।‘ वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसे चुनावी बजट बताते हुए कहा, ‘इसमें मध्यम वर्ग, छोटे किसानों और ग्रामीण आबादी के लिए किए गए कई ऐलान लोकसभा चुनावों पर असर डालेंगे।‘
अतंरिम बजट के बाद देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, इस बजट में सबका ध्यान रखा गया है। इस बजट से सभी वर्गों को राहत देने की कोशिश की गई है। इस बजट में किसान उन्नति से लेकर, कारोबारियों की प्रगति तक, इनकम टैक्स से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक, हाउसिंग से लेकर हेल्थ केयर तक, इकोनॉमी को नई गति से लेकर न्यू इंडिया के निर्णाण तक, सभी का ध्यान रखा गया है।
'इनकम टैक्स से दी राहत'
उन्होंने कहा कि मैं सैलरीड और मिडिल क्लास को टैक्स में मिली छूट के लिए बधाई देता हूं। लंबे समय से यह मांग थी कि 5 लाख रुपये तक की आमदनी को टैक्स मुक्त किया जाए। जिसे हमने पूरा किया है। पीएम मोदी ने कहा कि, इस बजट से 3 करोड़ से ज्यादा मध्यम वर्ग के टैक्स देने वालों को और 30- 40 करोड़ श्रमिकों को सीधा लाभ मिलेगा। गरीबी तेजी से कम हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ 12 करोड़ से ज्यादा उन किसानों को मिलेगा जिनके पास 5 एकड़ या 5 एकड़ से कम जमीन है।
'खर्च पर नहीं किया काम'
वहीं, मोदी सरकार द्वारा मध्यम वर्ग और किसानों को बड़ी आयकर छूट देने के सवाल पर मनमोहन सिंह ने कहा कि इन परिस्थितियों में किसानों को रियायतें और मध्यम वर्ग को रियायतें स्पष्ट रूप से चुनाव में फायदा उठाने के लिए दी गई हैं। मनमोहन सिंह को देश में व्यापक रूप से आर्थिक सुधारों के लिए पहचाना जाता है, जिसकी घोषणा उन्होंने 1991 में की थी जब वे वित्त मंत्री थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने अंतरिम बजट में खर्च पर काम नहीं किया है।