कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जाेरदार हमले किए। गुजरात चुनाव के कारण संसद का शीतकालीन सत्र टालने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार एक अस्वस्थ संसदीय परंपरा को बढ़ावा दे रही है। अधिवेशन नहीं बुलाकर लोकतंत्र को कमजोर करने का काम कर रही है। प्रधानमंत्री संसद का सामना करने से भ्ााग रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी बढ़ रही, मुद्रास्फीति बढ़ रही है, निर्यात घट रहा है। एक साल पहले नोटबंदी से लाखों लोग प्रभावित हुए। जीएसटी ने उनको तबाह कर दिया है। किसान, छोटे व्यापारी, श्रमिक, गृहिणी सहित समाज का हर वर्ग इस सरकार की नीतियों से परेशान हैं। इस स्थिति को बदलने की बजाए प्रधानमंत्री रोज नई घोषणाएं कर रहे हैं। झूठे वादे कर रहे हैं। ऐसे आंकड़े और तथ्य पेश कर रहे हैं जिसका जमीनी हकीकत से कोई वास्ता नहीं है।
सोनिया ने कहा कि मोदी सरकार इतिहास को जबरन बदलने की कोशिश कर रही है। गलत सूचनाओं, दुष्प्रचार और पाठ्य पुस्तकों को दोबारा से लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु और इंदिरा गांधी के योगदान को मिटाने की कोशिश की जा रही है। बैठक के दौरान पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात में विकास के अभाव की बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया।
बैठक में पार्टी के अधिकतर सदस्यों ने गुजरात चुनाव को लेकर चर्चा की। आशंका जताई की कि मोदी-शाह की जोड़ी चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। कांग्रेस सदस्यों का कहना था वीवीपीएटी वाली ईवीएम मशीनों से छेड़खानी नहीं की जा सके, इसके लिए पर्याप्त कदम उठाए जाने चाहिए।