नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में चर्चा से पहले बुधवार की सुबह बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर हमला किया। उन्होंने कहा कि छह महीने का समय ऐतिहासिक रहा, जो काम वर्षों से नहीं हुआ वह अब हुआ। इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जो भाषा नागरिकता बिल को लेकर बोल रहा है वही बात यहां के कुछ दल बोल रहे हैं, इसे जनता तक ले जाएं।
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल से लोगों को जो राहत मिली है, उनकी खुशी का अंदाजा नहीं लगा सकते। पीएम मोदी ने कहा, 'नागरिकता विधेयक को सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा, जो धार्मिक उत्पीड़न से भागे लोगों को स्थायी राहत देगा।'
पीएम ने विपक्ष पर लगाया पाकिस्तान जैसी भाषा बोलने का आरोप
संसदीय दल की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी बिल का विरोध कर रहे विपक्षी सांसदों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ विपक्षी सांसदों पर पाकिस्तान जैसी भाषा बोलने का आरोप भी लगाया। मोदी ने नागरिकता बिल को देशहित में बताते हुए कहा कि इससे लाखों शरणार्थियों की जिंदगी में बदलाव आएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले छह महीने में सरकार ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जा संबंधी प्रावधानों को समाप्त करने, अर्थव्यवस्था की मजबूती, किसानों सहित विविध क्षेत्रों में ‘ऐतिहासिक कार्य’ किए हैं और पार्टी सांसद इन कार्यों को जनता के बीच ले जाएं।
जनता तक यह संदेश पहुंचाएं कि बिल पूरी तरह से देशहित में है
बैठक में बीजेपी सांसदों को प्रधानमंत्री मोदी ने निर्देश दिया कि वह जनता तक यह संदेश पहुंचाएं कि बिल पूरी तरह से देशहित में है। इससे पड़ोसी मुल्क के पीड़ित अल्पसंख्यकों को न्याय मिलेगा। यह एक ऐतिहासिक कानून साबित होगा।
आगामी बजट के बारे में समाज के विभिन्न वर्गों की लें राय
प्रधानमंत्री ने पार्टी सांसदों से कहा कि वे आगामी बजट के बारे में समाज के विभिन्न वर्गो की राय लें और इसके बारे में वित्त मंत्री को बताएं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कर्नाटक उपचुनाव में भाजपा की जीत पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रदेश की जनता, मुख्यमंत्री बी एस येदियुप्पा और प्रदेश नेतृत्व को बधाई भी दी।
राज्यसभा में बीजेपी को चाहिए 121 बहुमत का आंकड़ा
बता दें कि लोकसभा में 311 सांसदों के समर्थन के साथ आसानी से पारित किए जा चुके इस विधेयक की उच्च सदन में राह आसान नहीं होगी क्योंकि यहां सत्तारूढ़ पार्टी के पास संख्याबल कम है। राज्यसभा में बिल को पास करवाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 121 का है। बीजेपी मोटे तौर पर इस मैजिक नंबर के पार लग रही है, लेकिन थोड़ा हेर-फेर बीजेपी का गेम बिगाड़ सकता है। बीजेपी की ओर से सभी सांसदों को विप भी जारी कर दिया गया है।
बिल को लेकर पूर्वोत्तर में जारी है विरोध
इससे पहले लोकसभा में पारित नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ छात्र संघों और वाम-लोकतांत्रिक संगठनों ने मंगलवार को पूर्वोत्तर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सड़क जाम होने के कारण अस्पताल ले जाते समय दो महीने के एक बीमार बच्चे की मौत हो गई। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू), नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन, वामपंथी संगठनों-एसएफआई, डीवाईएफआई, एडवा, एआईएसएफ और आइसा ने अलग से एक बंद आहूत किया। गुवाहाटी के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर जुलूस निकाले गये और प्रदर्शनकारियों ने इस विधेयक के खिलाफ नारेबाजी की।