आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 में इंग्लैंड ने इंडिया के विजय-रथ को रोक दिया है। मेजबान इंग्लैंड के 337 रन का पीछा करते हुए टीम इंडिया 31 रन से हार गई। भारतीय टीम की हार पर अब जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। मुफ्ती ने भारत की हार के लिए भगवा जर्सी को जिम्मेदार ठहराया है।
मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, 'आप मुझे अंधविश्वासी कहें लेकिन इस (भगवा) जर्सी ने वर्ल्ड कप में भारत की जीत के सिलसिले को रोक दिया।'
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस लीडर और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी टीम इंडिया की हार पर सवाल उठाया है। उमर ने कहा, 'पाकिस्तान और इंग्लैंड की जगह अगर हमारा सेमीफाइनल का टिकट दांव पर लगा होता तब भी क्या टीम इंडिया ऐसे ही बल्लेबाजी करती?'
इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा था कि क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत और इंग्लैंड के बीच आज हो रहे मैच को लेकर भारत तथा पाकिस्तान, दोनों मुल्कों के लोगों की एक ही ख्वाहिश है कि भारत इस मैच में जीत हासिल करे। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि पाकिस्तान के क्रिकेट प्रशंसक यही कामना कर रहे हैं कि इंग्लैण्ड के खिलाफ भारत जीत जाए। चलो कम से कम क्रिकेट के बहाने। एक बदलाव के तौर पर दोनों देश साझी ख्वाहिश रख रहे हैं।
क्यों बदला जर्सी का रंग
दरअसल, अफगानिस्तान और इंग्लैंड दोनों टीमों के खिलाड़ियों की जर्सी का रंग नीला है। आईसीसी के नियमों के अनुसार, किसी भी ऐसे मैच में, जिसका प्रसारण टीवी पर होता है, दोनों टीमें एक ही रंग की जर्सी पहनकर नहीं उतर सकती हैं। यह नियम फुटबॉल के 'होम और अवे' मुकाबलों में पहनी जाने वाली जर्सी से प्रेरित होकर बनाया गया है। बता दें कि इसको लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया और कई राजनीतिक दलों ने इस नारंगी रंग को भगवा रंग बताया और मोदी सरकार पर संदेह जताया। हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने इंग्लैंड को छोड़कर सभी टीमों से दो तरह की यूनीफॉर्म तैयार रखने को पहले ही कहा था।