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अबू आज़मी जैसे लोगों के मन में मुगलों का वास: औरंगजेब को 'अच्छा आदमी' बताने पर भड़के एकनाथ शिंदे

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को राज्य विधानसभा में मांग की कि औरंगजेब की...
अबू आज़मी जैसे लोगों के मन में मुगलों का वास: औरंगजेब को 'अच्छा आदमी' बताने पर भड़के एकनाथ शिंदे

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को राज्य विधानसभा में मांग की कि औरंगजेब की प्रशंसा करने के लिए अबू आज़मी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, "हम धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज के हत्यारे यानी औरंगजेब की निंदा करते हैं, जिसका गुणगान विधानसभा सदस्य अबू आजमी गाते हैं।"

उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी मांग की कि अबू आज़मी के खिलाफ विधानसभा के दोनों सदनों में देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए।

इस संबंध में बयान देते हुए उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, "मैं धर्म और स्वतंत्रता के रक्षक धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज और उनकी वीरता को नमन करता हूं। अबू आज़मी जैसे लोग भले ही शारीरिक रूप से भारत में रहते हों, लेकिन उनके मन में मुगलों का वास है। उन्हें देश के इतिहास और संस्कृति से कोई लेना-देना नहीं है। दुनिया जानती है कि औरंगजेब कैसा शासक था। औरंगजेब कितना क्रूर था। हम पिलावाली की निंदा करते हैं जो ऐसे राक्षसों की सहायता कर रहा है।"

उपमुख्यमंत्री ने कहा, "अबू आजमी चाहे जितने बड़े-बड़े बयान दें, वे इतिहास नहीं बदल सकते, क्योंकि यह इतिहास मराठों की बहादुरी और पराक्रम का है।"

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अबू आजमी को शम्भाजी महाराज का सच्चा इतिहास जानने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "शंभू राजा, जिन्होंने नौ साल में 69 युद्ध जीते, एक महान योद्धा थे। वे एक महान प्रशासक थे। अबू आज़मी को औरंगज़ेब का झूठा इतिहास बताने के बजाय संभाजी महाराज का सच्चा इतिहास सीखना चाहिए।"

उपमुख्यमंत्री ने अपने बयान में यह भी कहा, "देश का नाश करने वाला शेर शिव की छाया था, सबसे शक्तिशाली और प्रतापी शंभू राजा था।"

यह प्रतिक्रिया सपा विधायक अबू आज़मी द्वारा मरीन ड्राइव क्षेत्र में मीडिया से बातचीत के दौरान दिए गए उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि औरंगजेब एक अच्छे प्रशासक थे। आजमी ने बाद में दावा किया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और अगर उन्होंने किसी को ठेस पहुंचाई है तो वह अपना बयान वापस लेने के लिए तैयार हैं।

उन्होंने कहा, "मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। मैंने वही कहा है जो इतिहासकारों और लेखकों ने औरंगजेब रहमतुल्लाह अलैह के बारे में कहा है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या किसी अन्य महापुरुष के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन फिर भी अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है, तो मैं अपने शब्द, अपना बयान वापस लेता हूं। इस मुद्दे को राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है और मुझे लगता है कि इसके कारण महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र बंद करना महाराष्ट्र के लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है।"

औरंगजेब पर टिप्पणी के संबंध में अबू आज़मी के खिलाफ ठाणे के नौपाड़ा पुलिस स्टेशन में जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी और उसे मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया था।

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