रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर गुजरात दौरे पर हैं, इस महीने उनका यह तीसरा गुजरात दौरा है। पीएम ने आज सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के घोघा और दाहेज के बीच ड्रीम प्रोजेक्ट ‘फेरी सेवा’ की शुरुआत की।
इस दौरान पीएम ने कहा कि फेरी सेवा अपने जैसा देश का पहला प्रोजेक्ट है। इसके शुरू होने से साढ़े 6 करोड़ गुजरातियों का बड़ा सपना पूरा हुआ।
Ferry service is a first of sorts. Its a dream come true for people of Gujarat: PM Modi at launch of RO-RO ferry service in Ghogha, Gujarat pic.twitter.com/YZQrXBXsgg
— ANI (@ANI) 22 October 2017
मोदी ने कहा कि शोध के मुताबिक सामान को सड़क मार्ग से ले जाने में सवा रुपए लगता है। वहीं रेल मार्ग से एक रुपए और जल मार्ग से ले जाने में 20 से 25 पैसे लगते हैं। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “यह प्रोजेक्ट पिछली सरकार की वजह से रुका हुआ था। मैंने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस प्रोजेक्ट पर काम शुरु कराया।”
क्या है रो-रो फेरी सेवा?
घोघा-दाहेज के बीचे शुरु होने वाली रोल ऑन, रोल ऑफ फेरी सेवा के शुरु होने से लगभग 300 किमी का सफर महज 32 किमी में सिमट कर रह जाएगा।
Ghogha-Dahej Ferry Service will boost connectivity and infrastructure in Gujarat. pic.twitter.com/Hed5BoaT9V
— Narendra Modi (@narendramodi) 21 October 2017
सौराष्ट्र के भावनगर से अगर दक्षिण गुजरात के सूरत तक का सफर करना हो तो 8-10 घंटे लग जाते थे, लेकिन इस सेवा से यह दूरी 50 मिनटों में पूरी की जा सकेगी। जानकारी के मुताबिक रो-रो फेरी सर्विस में जो नौका रहेगी, उसमें 100 बड़े वाहनों की ढुलाई और लगभग 500 लोगों का सफर एक साथ होगा, लेकिन फिलहाल इस परियोजना का एक ही फेज पूरा हुआ है। भावनगर के घोघा से भरूच के दहेज के बीच अगर सड़क के रास्ते कोई सफर करे तो 310 किमी की दूरी होती है, लेकिन समुद्र के रास्ते यह दूरी सिर्फ 17 नॉटिकल माइल्स यानी 32 किमी की हो जाएगी। इससे सिर्फ 50 मिनट में 7-8 घंटों की दूरी पूरी होगी।