पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिग्विजय ने कहा कि तीन तलाक को समाप्त करने और समान नागरिक संहिता को लागू कर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अगले आम चुनाव में राजनीतिक फसल काटना चाहते हैं। इसके लिए वो मुसलमानों में भय का माहौल पैदा कर देश में संप्रदायिक तनाव उत्पन्न करना चाहते हैं।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय ने मोदी के तीन तलाक के औचित्य पर प्रश्न खड़ा करने तथा महिलाओं के सशक्तिकरण की बात करने पर उन पर प्रहार करते हुए कहा कि वे मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकरण की बात करते हैं पर एेसा वे स्वयं करने में विफल रहे हैं। दिग्विजय का इशारा मोदी की अपनी पत्नी से दशक पूर्व अलग होने की ओर था।
उत्तर प्रदेश चुनाव के पूर्व मोदी और भाजपा नेतृत्व के तीन तलाक का मुद्दा उठाए जाने की मंशा पर प्रश्न खड़ा करते हुए दिग्विजय ने कहा कि यह संबंधित समुदाय के धार्मिक गुरूओं पर छोड़ दिया जाना चाहिए क्योंकि देश का संविधान प्रत्येक नागरिक को अपने इच्छानुसार धर्म का पालन करने का अधिकार देता है। भाजपा नेताओं द्वारा कई मुस्लिम देशों में तीन तलाक को प्रतिबंधित कर दिए जाने के बारे में दिग्विजय ने कहा कि उन्हें पता है कि करीब 22 देशों ने एेसा किया है पर राय थी कि इन देशों में भी तय करने के लिए इसको लोगों पर छोड़ दिया जाना चाहिए।
समान नागरिक संहिता के बारे में दिग्विजय ने कहा कि उन्हें यह पता है कि संविधान में एेसे कोड बनाए जाने की चर्चा है पर एेसे प्रस्ताव पर अनुच्छेद 25 और 26 के तहत चर्चा कर और सभी दलों के बीच विचार विमर्श कर एक राय बनायी जानी चाहिए। उन्होंने मोदी और राजग सरकार पर अपने ढाई साल के कार्यकाल के दौरान सभी मोर्चे पर विफलता से लोगों का ध्यान हटाने के लिए देश में उन्मादी माहौल पैदा करने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर पर लक्षित हमला का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए दिग्विजय ने कहा कि एेसा हमला पहली बार नहीं हुआ है। संप्रग सरकार के कार्यकाल के दौरान भी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर एेसा किया गया, पर उस समय की सरकार ने उसका राजनीतिक लाभ नहीं उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि लक्षित हमले की चर्चा को जीवंत रखे जाने से एेसा प्रतीत होता है कि प्रधानमंत्री आने वाले समय में भारत को पाकिस्तान के साथ युद्ध में ले जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हालात के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय ने कहा कि यह समाजवादी पार्टी का अंदरूनी मामला है। अखिलेश के आसन्न उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की अटकलों को दिग्विजय ने समय पूर्व आंकलन बताते हुए कहा कि जहां तक उनकी समझ है उत्तर प्रदेश में कोई राजनीतिक संकट नहीं उत्पन्न हुआ है, पर उनकी पार्टी की वहां होने वाले राजनीतिक बदलाव पर पैनी नजर है। उन्होंने कहा कि आज की तारीख में कांग्रेस उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने बूते जाएगी और उनकी पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
दिग्विजय ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी का वहां का दौरा सफल रहा है और व्यापक जनसमर्थन प्राप्त हुआ है। जदयू द्वारा अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अगले आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बारे में पूछे जाने पर दिग्विजय ने कहा कि इसमें कोई बुरायी नहीं और सभी दलों को इसका अधिकार है।
धर्मनिरपेक्ष दलों के प्रधानमंत्री पद के लिए अलग-अलग उम्मीदवार घोषित किए जाने से राहुल गांधी की उम्मीदवारी के प्रभावित होने के बारे में पूछे जाने पर राहुल उनके और उनकी पार्टी के नेता हैं और रहेंगे। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के पाकिस्तानी कलाकारों वाली फिल्म ए दिल है मुश्किल के जारी किए जाने के विरोध के बारे में पूछे जाने पर दिग्विजय ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को राज ठाकरे को उक्त फिल्म के निर्माता का भयादोहन करने की छूट नहीं देनी चाहिए। भाषा एजेंसी