कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आलोक वर्मा की सीबीआई डायरेक्टर पद बने रहने और राफेल को लेकर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर पीएम से दो सवाल किए हैं। उन्होंने पूछा है, ‘सीबीआई चीफ को बर्खास्त करने को लेकर प्रधानमंत्री इतनी जल्दबाजी में क्यों हैं?’
वहीं, दूसरे सवाल में राहुल गांधी ने पूछा है, ‘प्रधानमंत्री सीबीआई चीफ को चयन समिति के सामने अपना मामला पेश करने की अनुमति क्यों नहीं देते? और इसका जवाब है- राफेल।‘
बुधवार को सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा के बारे में फैसला करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली चयन समिति की बुधवार को बैठक हुई थी। इस बैठक के एक दिन बाद राहुल गांधी ने यह सवाल किया है।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली इस चयन समिति में चीफ जस्टिस या सुप्रीम कोर्ट के एक जस्टिस और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष शामिल होते हैं। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने जस्टिस ए के सीकरी को इस बैठक में शामिल होने के लिए नामित किया था।
'राफेल की जांच के डर से हटाया था'
आलोक वर्मा के सीबीआई चीफ के रूप में बहाल होने के बाद राहुल ने मीडिया से कहा था कि सीबीआई चीफ को इसलिए हटाया गया था क्योंकि वह राफेल डील की जांच शुरू करना चाहते थे। अब हमें कुछ न्याय मिला है, देखते हैं क्या होता है। राहुल गांधी राफेल डील को लेकर लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं।
कोर्ट के फैसले से लगा झटका
इससे पहले मंगलवार को केंद्र सरकार को उस समय झटका लगा था जब आलोक वर्मा को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई डायरेक्टर पद पर बहाल कर दिया था। सीबीआई चीफ आलोक वर्मा ने 77 दिनों बाद अपना कार्यभार बुधवार को संभाल लिया। केंद्र सरकार ने 23 अक्टूबर 2018 को देर रात आदेश जारी कर वर्मा के अधिकार वापस लेकर उन्हें जबरन छुट्टी पर भेज दिया था।