पीएम मोदी ने कहा कि नई सोच के साथ राष्ट्र निर्माण होगा। ओलंपिक में साक्षी ने तिरंगे को नई ताकत दी है। मेडल लाने के लिए उसे बधाई। पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका के बड़े रिसर्च संगठन इस बात का पता लगाने में जुट गए थे कि जनसंघ कैसे काम करता है और कैसे फैसला लेता है।
इस दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आैैर संसदीय बोर्ड के सभी सदस्य, सभी पूर्व अध्यक्ष भाजपा के सभी केंद्रीय मंत्री, सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारी उपस्थित थे। सूत्र बताते हैं कि पार्टी का नया दफ्तर 2018 में बनकर तैयार हो जाएगा। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधामनंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के मौके पर पार्टी का दफ्तर 11 अशोक रोड से 6 दीन दयाल मार्ग पर शिफ्ट किया जाएगा।
जानें कार्यालय की क्या खूबी हाेेगी
भाजपा का यह नया दफ्तर 2 एकड़ जमीन पर बनकर तैयार होगा। इस नए दफ्तर में 3 ब्लॉक बनाए जाएंगे। जिसमें दो ब्लॉक 3 मंजिला होंगे और एक ब्लॉक 7 मंजिला होगा। दफ्तर में 4 ऑडिटोरियम बनाए जाएंगे। इनमें एक ऑडिटोरियम 450 सीट का, दूसरा ऑडिटोरियम 150 सीट का, तीसरा ऑडिटोरियम 100 सीट का और सबसे छोटा ऑडिटोरियम और कॉन्फ्रेंस रूम 50 सीटों की क्षमता वाला होगा।
तीनों ब्लॉक में एक-एक बीस सीटों के कांफ्रेंस रूम भी होंगे। भाजपा के नए दफ्तर में लगभग 100 कमरे बनाए जाएंगे। हर कमरे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सहित सभी हाईटेक सुविधा उपलब्ध होंगी। दफ्तर में नेता लोकसभा और नेता राज्यसभा का भी कमरा रहेगा। इस दफ्तर में एक साथ 500 कारों की पार्किंग भी बनाई जाएगी। नए दफ्तर की लाइब्रेरी में 4 हजार से ज्यादा ई-बुक कंप्यूटर में अपलोड की जाएगी और उसके साथ लगभग 5000 बुक लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए भी उपलब्ध होंगी. ये किताबें अलग-अलग विचारधारा के लेखकों के द्वारा लिखी हुई होंगी नए दफ्तर को ईको फ्रेंडली रखा जाएगा और वहां ग्रीनरी का खास खयाल होगा। बिजली बचाने के लिए पूरे दफ्तर में सोलर पावर सिस्टम लगाया जाएगा। दफ्तर की सबसे बड़ी बात ये है कि सात मंजिला ब्लॉक में एक दीवार शीशे की होगी, जो रात के समय डिजिटल दीवार में तब्दील हो जाएगी। तय समय के मुताबिक, इस डिजिटल दीवार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व पार्टी अध्यक्ष लाल कृष्ण अडवाणी और वर्तमान में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के तस्वीरें बदल-बदलकर दिखाई देंगी।
वर्तमान में 11 अशोक रोड का दफ्तर भाजपा को 1981 में अलॉट किया गया था। उसके बाद जैसे-जैसे भाजपा की जरूरत बढ़ती गई पार्टी ने अपने दफ्तर का का साइज भी बढ़ना शुरू कर दिया। पहले 9 अशोक रोड और 11ए अशोक रोड पर बने बंगलो को अपनी पार्टी के सांसदो के नाम पर समय-समय पर अलॉट करवा कर दफ्तर के लिए उपयोग में लिया। 11 अशोक रोड से पहले जनता पार्टी से अलग होने के बाद पार्टी 10 राजेंद्र प्रसाद रोड से चलता रहा। लगभग डेढ़ साल 11 अशोक रोड पर पार्टी दफ्तर मिला था।