यह दावा करने वाले जर्नलिस्ट बॉबी नकवी हैंं। उन्होंने कथित तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के बाद उनके यूएई दौरे से पहले लिया था। अपने फेसबुक पोस्ट की शुरुआत में ही बॉबी ने लिखा है कि इस इंटरव्यू के लिए अरेंजमेंट करना ही ‘एक लंबी और बोझिल प्रक्रिया’ थी। उन्होंने लिखा है, ‘कई दिनों तक नौकरशाहों से कई र्इमेल्स के आदान-प्रदान के बाद मुझे एक बेहद सीनियर अफसर का कॉल आया।
उन्होंने कहा, ‘बॉबी, मेरे पास अच्छी और बुरी खबर दोनों है। आप कौन सी न्यूज पहले सुनना चाहोगे।’ मुझे समझ में नहीं आया कि क्या कहूं। इससे पहले कि मैं बोल पाता, उन्होंने कहा कि ‘पीएम राजी हो गए हैं।’ उसके बाद उन्होंने जिक्र किया कि दो अन्य प्रकाशन वाले भी मौजूद होंगे। मैं बेहद निराश हो गया क्योंकि अब यह एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू नहीं होने वाला था।’
नकवी ने फेसबुक पोस्ट में इसके बाद विस्तार से लिखा है कि कैसे उन्हें ‘पूर्व स्वीकृति’ के लिए सवाल भेजने के लिए कहा गया। इसके अलावा, उन्हें कितने सिक्युरिटी से जुड़ी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा ताकि उन्हें मुंह मांगा इंटरव्यू मिल सके। नकवी और अन्य पत्रकारों को इंटरव्यू से कुछ मिनट पहले बताया गया कि वे सिर्फ एक सवाल पूछ सकते हैं और बाकी जवाब उन्हें इंटरव्यू के बाद लिखित में मिल जाएंगे।