कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर तीन नए कृषि कानूनों के माध्यम से अपने "दोस्तों" के लिए रास्ता साफ करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आप चीन के सामने खड़े नहीं हो सकते लेकिन किसानों को धमकी दे रहे हैं।
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा शहर में एक किसान "महापंचायत" को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि कानून 40 प्रतिशत भारतीयों को प्रभावित करेंगे। उन्होंने कहा कि माल और सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने के बाद, नए कृषि कानून देश के लोगों के लिए एक और झटका हैं,।
उन्होंने पूर्वी लद्दाख में सैनिकों के विस्थापन पर भारत-चीन समझौते का भी हवाला दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मोदी सरकार ने पैंगोंग झील के किनारे फिंगर-3 से फिंगर-4 की जमीन चीन को पकड़ा दी है।
राहुल गांधी ने कहा कि नए कानून सिर्फ किसानों को प्रभावित नहीं करते हैं, बल्कि चालीस प्रतिशत लोग, जिनमें किसान, व्यापारी और मजदूर शामिल हैं, कानूनों के क्रियान्वयन से प्रभावित होंगे।" उन्होंने कहा कि मोदी जी कहते हैं कि ये हमने किसानों के लिए किया। अगर ये किसानों के लिए है तो पूरे देश का किसान दुखी क्यों है। दिल्ली की बॉर्डर पर लाखों किसान क्यों खड़े हैं? 200 किसान शहीद क्यों हुए।
राहुल गांधी ने कहा कि ये सब 4 लोगों के लिए हो रहा है। ये जो 40 फीसदी लोगों का धंधा है, इसमें किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, मंडी में काम करने वाले शामिल हैं। पहला आक्रमण इन पर नोटबंदी के समय हुआ था। गरीबों के घर से पैसा निकाला। मैंने उस समय कहा था कि ये कालेधन के खिलाफ लड़ाई नहीं है। देशकी रीढ़ की हड्डी को तोड़ा जा रहा है। जीएसटी ने भी छोटे दुकानदारों को खत्म कर दिया। नरेंद्र मोदी जी अपने मित्रों के लिए रास्ता साफ करना चाहते हैं।
महापंचायत में सोफे-कुर्सियों की जगह खाट लगवाई। जब भाषण शुरू किया तो उन्होंने कृषि कानूनों से जुड़ी ज्यादातर वही बातें कहीं, जो एक दिन पहले लोकसभा में कही थीं। कुछ नए आरोप भी लगाए।