गुजरात में छठी बार कामयाबी के बाद भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई में उस समय फूट दिखाई देने लगी। जब मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल की नाराजगी समाने आई। हालांकि नाराज डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने आलाकमान और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से बात करने के बाद आज से नए मंत्रालयों का पदभार संभाल लिया है।
इससे पहले उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा है कि यह मुद्दा विभागों को दिए जाने का नहीं बल्कि आत्म सम्मान का है। उन्होंने कहा कि मैने अपनी भावनाओं से पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया है और उम्मीद है कि पार्टी की तरफ से इस पर ध्यान दिया जाएगा।
नितिन पटेल के इस बयान के बाद गुजरात के कई नेता उनके समर्थन में आ गए हैं। गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार के समय मंत्री रहे नरोत्तम पटेल ने भी कहा है कि नितिन पटेल सामान्य मंत्री नहीं है, उन्हें उनके कद के अनुसार मंत्रालय दिया जाना चाहिए था।
Nitinbhai Patel is Gujarat Deputy CM and a very able leader. Came here to meet him because of him being upset as he didn't get departments he wanted. I want the party to think over giving him departments of his choice: Narottam Patel,BJP in Ahmedabad pic.twitter.com/RQ3Y5bXYNO
— ANI (@ANI) December 30, 2017
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल का समर्थन करते हुए पाटीदार नेता लालजी पटेल ने एक जनवरी को मेहसाना बंद करने का आज आवान किया। उन्होंने नितिन पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने की सूरत में पूरे राज्य के बंद की धमकी दी।
लालजी पटेल ने संवाददाताओं से कहा, भाजपा बार-बार नितिन-भाई पटेल के साथ अन्याय कर रही है। आज मैंने उनसे और मेहसाना से उनके समर्थकों से मुलाकात की और हमने उनके समर्थन में एक जनवरी को मेहसाना बंद रखने का आवान किया।
वहीं पाटिदार नेता हार्दिक पटेल ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा में सही लोगों को सम्मान नहीं दिया जाता लेकिन जो अमित शाह के पैरों की जूती बनकर रहता है उनको आगे किया जाता हैं।
भाजपा में सही लोगों को सम्मान नहीं दिया जाता लेकिन जो अमित शाह के पैरों की जूती बनकर रहता है उनको आगे किया जाता हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) December 30, 2017
दरअसल नितिन पटेल मेहसाना से विधायक हैं जहां पाटीदारों की संख्या काफी है और यह जगह कोटा आंदोलन के केंद्र में भी रही। पिछली सरकार में नितिन पटेल को विा और शहरी विकास जैसे मंत्रालय दिए गए थे जबकि नई सरकार में उन्हें कम महवपूर्ण माने जाने वाले सड़क और इमारत और स्वास्थ्य जैसे विभागों का भार सौंपा गया है।