हाल ही में राजस्थान के उदयपुर में संपन्न हुए कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि चिंतन शिविर कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा है। इतना ही नहीं पीके ने ये तक कह दिया कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले चुनावों में कांग्रेस की हार होने जा रही है।
प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा कि उनसे बार-बार यही सवाल किया जा रहा था कि कांग्रेस के चिंतन शिविर पर उनकी क्या राय है। उन्होंने लिखा, मेरे खयाल से ये चिंतन शिविर कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा है। ये सिर्फ यथास्थिति को लंबा खींचने और कांग्रेस नेतृत्व को समय देने के अलावा कुछ और नहीं है... कम से कम गुजरात और हिमाचल प्रदेश में मिलने वाली हार तक.......।
बता दें कि राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस ने तीन दिन का चिंतन शिविर आयोजित किया, जिसमें पार्टी के तमाम बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया और अपने विचार साझा किए, साथ ही आने वाले चुनावों के लिए रणनीति भी तैयार की गई।
पिछले दिनों कांग्रेस के साथ प्रशांत किशोर की लंबी चली बातचीत बेनतीजा रही थी। इसके बाद पीके ने कांग्रेस को लेकर कहा था है कि उसके नेता यह मानते हैं कि सरकार को लोग खुद ही उखाड़ फेंकेंगे और उन्हें सत्ता मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लंबे समय तक सत्ता में रही है और उसे विपक्ष में रहना नहीं आता।
उन्होंने कहा था, 'मैं देखता हूं कि कांग्रेस के लोगों में एक समस्या है। वे मानते हैं कि हमने लंबे समय तक देश में शासन किया है और जब लोग नाराज होंगे तो सरकार को उखाड़ फेंकेंगे और फिर हम आ जाएंगे। वे कहते हैं कि आप क्या जानते हैं, हम सब कुछ जानते हैं और लंबे समय तक सरकार में रहे हैं।'