बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया है। बसपा अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा, ‘हमने एनडीए के राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला किया है। हमने यह फैसला न तो बीजेपी या एनडीए के समर्थन में और न ही विपक्ष के खिलाफ बल्कि अपनी पार्टी और आंदोलन को ध्यान में रखते हुए लिया है। बसपा कमजोर, गरीब और उपेक्षित वर्ग के लोगों के लिए फैसले लेती रही है।’
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया। मुर्मू ने संसद भवन में राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल के दफ्तर में नामांकन भरा। द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में पीएम मोदी प्रस्तावक और राजनाथ सिंह अनुमोदक बने। नामांकन के दौरान जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जगन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस के साथ ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बीजेपी शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, "बसपा ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला किया है, यह ध्यान में रखते हुए कि आदिवासी समाज पार्टी के आंदोलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।"
उन्होंने कहा, "यह फैसला बीजेपी या एनडीए को समर्थन देने और विपक्षी यूपीए के खिलाफ जाने के लिए नहींं बल्कि हमारी पार्टी और एक सक्षम और समर्पित आदिवासी महिला को देश की राष्ट्रपति बनाने के उसके आंदोलन को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।"
We've decided to support NDA's Presidential election candidate Droupadi Murmu. We've taken this decision neither in support of BJP or NDA nor against opposition but keeping our party and movement in mind: BSP chief Mayawati pic.twitter.com/7QXbnVNXNj
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 25, 2022
बसपा अध्यक्ष ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के बारे में निर्णय लेते समय उन्हें परामर्श से बाहर रखने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव पर अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है।
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को कांग्रेस, टीएमसी और एनसीपी समेत कई विपक्षी दलों ने संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया है। अगले महीने 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान होना है और नतीजों की घोषणा 21 जुलाई को की जाएगी।
चुनाव जीतने पर मुर्मू देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। द्रौपदी मुर्मू का जन्म ओडिशा आदिवासी जिले मयूरभंज के रायरंगपुर गांव में हुआ। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी रह चुकी हैं। 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021 तक झारखंड के राज्यपाल पद पर रहीं। द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की पहली महिला और आदिवासी नेता हैं, जिन्हें राज्यपाल नियुक्त किया गया था। मुर्मू 2013 में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में एसटी मोर्चे की सदस्य रहीं।