कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया है। इसके साथ ही प्रियंका की राजनीति में ऑफीशियल एंट्री हो गई है। तीन राज्यों में जीत के बाद ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि प्रियंका गांधी राजनीति में आ सकतीं हैं। राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने से लेकर तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री के चयन मेें पर्दे के पीछे उनकी भूमिका रही है।
प्रियंका को एक कुशल रणनीतिकार के तौर पर जाना जाता है। इसकी बानगी पिछले यूपी विधानसभा चुनाव में देखने को मिली। 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन में प्रियंका गांधी की अहम भूमिका थी।
यूं रहा प्रियंका का योगदान
पहली बार कोई प्रभार मिलने के बाद प्रियंका गांधी आधिकारिक तौर पर कांग्रेस का प्रचार करती नजर आएंगीं। उत्तर प्रदेश की सियासत में कांग्रेस का यह कदम पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए बड़ी संजीवनी माना जा रहा है। अपनी भूमिकाओं के चलते राहुल गांधी और सोनिया गांधी की सक्रियता प्रत्यक्ष दिखाई देती है लेकिन कांग्रेस के सभी कार्यक्रमों में प्रियंका ही कमान संभाले रहती हैं।
यूपी चुनाव के दौरान प्रचार रणनीति की कमान हाई प्रोफाइल स्ट्रैटजिस्ट प्रशांत किशोर को देने की बात हो या सपा के साथ तालमेल का मामला, इन सभी में प्रियंका गांधी की अहम भूमिका रही है। राहुल के उपाध्यक्ष बनने से लेकर अध्यक्ष बनने तक के सफर में उनकी अहम भूमिका रही। फिर चाहे जनवरी 2014 में दिल्ली में हुआ कांग्रेस का सम्मेलन हो या फिर दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई रैली।
रायबरेली-अमेठी में भी प्रियंका का असर
उत्तर प्रदेश की राजनीति में वैसे तो कांग्रेस चौथे नंबर की पार्टी मानी जाती है, लेकिन सूबे में इसकी दो अहम सीटें रायबरेली और अमेठी से हमेशा केंद्र की राजनीति पर अपना असर डालती रही है। इन सीटों पर वैसे तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी जीत दर्ज करते रहे हैं लेकिन प्रियंका गांधी की धमक भी किसी से छिपी नहीं है। उन्हें आधिकारिक तौर पर प्रभारी बनाए जाने के साथ ही यूपी का सियासी पारा भी गरमा गया है।
उठती रही है राजनीति में आने की मांग
प्रियंका के राजनीति में आने की मांग लंबे समय से उठती रही हैं लेकिन इन अटकलों को वह हमेशा टालती भी रही हैं। प्रियंका को राजनीति में लाने को लेकर कई बार बैनर-पोस्टर भी लगाकर इलाहाबाद के कांग्रेसिंयों ने अभियान चलाए। अमेठी में तो प्रियंका को सक्रिय राजनीति में लाने की मांग पिछले एक दशक से उठ रही है। पिछले दिनों भोपाल में प्रियंका गांधी के पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें उन्हें भोपाल लोकसभा सीट से टिकट दिए जाने की मांग की गई है।
कार्यकर्ताओं में बढ़ेगा जोश: वोरा
कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा ने कहा, 'प्रियंका जी की नियुक्ति से लोगों में आशा का संचार होगा। लोग दमखम के साथ उत्तर प्रदेश में पूर्वी क्षेत्र के साथ-साथ अन्य जगहों पर लड़ेंगे। उनके आने से कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ेगा। राहुल गांधी ने जो कहा वो पूरा किया। प्रियंका की नियुक्ति इस बात का संकेत है कि आने वाला समय कांग्रेस के लिए अच्छा होगा।'