पंजाब में चुनाव पूर्व कांग्रेस की क्या रणनीति होगी इसके लिए राहुल गांधी और प्रशांत किशोर ने राज्य से जुड़े पार्टी नेताओं के साथ मंत्रणा की। दस साल से सत्ता से बाहर पार्टी हर हाल में राज्य में सरकार बनाना चाहती है। इसके लिए पार्टी ने प्रशांत किशोर के मार्गदर्शन में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक बैठक से पहले किशोर ने राज्य में अपने स्तर पर एक सर्वेक्षण कराया और उस सर्वेक्षण के आधार पर राज्य के नेताओं से बैठक की इच्छा जताई। उसके बाद बैठक का आयोजन किया गया।
मजेदार बात यह है कि बैठक में राज्य से जुड़े कांग्रेस के कई प्रमुख नेताओं को तो बुलाया गया था लेकिन पूर्व सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी को नहीं बुलाया गया। सूत्रों के मुताबिक राहुल तिवारी से नाराज बताए जा रहे हैं। इसलिए तिवारी को राज्य से जुड़े मसलों से दूर रखा। बैठक में कांग्रेस महासचिव शकील अहमद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा, प्रताप सिंह वाजवा, राजिन्दर कौर भट्ठल, मनप्रीत बादल के साथ प्रदेश से जुड़े कई नेता मौजूद थे।
पंजाब चुनाव को लेकर कांग्रेस में मंथन, मनीष तिवारी को बैठक में नहीं बुलाया
पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस रणनीति बनाने में जुट गई है। इसी क्रम में पार्टी ने पंजाब के वरिष्ठ नेताओं से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और चुनाव प्रबंधन के विशेषज्ञ प्रशांत किशोर के साथ मुलाकात की। वहीं पार्टी प्रवक्ता और पूर्व सांसद मनीष तिवारी को बैठक से दूर रखा गया।
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