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हाईकमान की बैठक से निकलते ही कैप्टन पर हमलावर हुए सिद्धू, बोले- पंजाब किसी की जागीर नहीं, सच जीतेगा

पंजाब कांग्रेस में मची कलह मिटाने मंगलवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस के मुख्यालय में...
हाईकमान की बैठक से निकलते ही कैप्टन पर हमलावर हुए सिद्धू, बोले- पंजाब किसी की जागीर नहीं, सच जीतेगा

पंजाब कांग्रेस में मची कलह मिटाने मंगलवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस के मुख्यालय में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई पंजाब के 25 विधायकों की बैठक से बाहर निकलते ही विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम कैप्टन अमरिदंर सिंह पर फिर से धावा बोल दिया। कैप्टन के सोशल मीडिया टीम द्वारा आज सुबह ही डाली गई पोस्ट, “ पंजाब का कैप्टन अमरिदंर”,के जवाब में सिद्धू ने कहा “ पंजाब किसी की जागीर नहीं,अंत में जीतेगा पंजाब,पंजाबियत ही जितेगी और हर पंजाबी जितेगा”।

सिद्धू ने सीधे कैप्टन पर निशाना साधते हुए कहा, “पंजाब के लोगों की आवाज पहुंचाने वे पार्टी हाइकमान के दिल्ली दरबार आए हैं। मुझसे कमेटी ने जो भी सवाल पुछे मैंने बगैर डरे डट कर उनका जवाब दिया कि 2022 के चुनाव में कांंग्रेस क्या मुंह लेकर पंजाबियों के बीच जाएगी। पंजाब में कांग्रेस के हालात को लेकर मैं अपने स्टैंड पर कायम हूं। जो सच है, उसे कमेटी के सामने रखा है। सच प्रताड़ित जरूर होता है, परंतु कभी हारता नहीं है। पंजाब के हर नागरिक को जिम्मेदार बनाना है। हर पंजाब विरोधी ताकत को हराना है। पंजाब के सच और हक की आवाज हाईकमान के सामने बुलंद आवाज में रखी है”।

मंगलवार को भी खड़गे की अध्यक्षता में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश अग्रवाल और हरीश रावत ने 25 विधायकों से पंजाब के हालात बारे बात की इसमें 6 केबिनेट मंत्री भी शामिल थे। ये तीन वरिष्ठ नेताआंे की कमेटी कांग्रेस के सभी 80 विधायकों,सांसदों और प्रदेश अध्यक्ष से बात करेगी। बैठकों का सिलसिला शुक्रवार तक चलता रहेगा। इसके बाद कमेटी द्वारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी को रिपोर्ट पेश की जाएगी। रिपोर्ट के बाद सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी गांधी परिवार के दरबार में तलब किया जा सकता है। सोमवार को भी कांग्रेस मुख्यालय में कमेटी के सदस्यों ने मंत्रियों, विधायकों के साथ एक एक करके बातचीत की थी। अधिकतर नेताओं ने अपनी ही सरकार द्वारा चुनावी घोषणा पत्र पूरा न किए जाने का मसला उठाया।  मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर सवाल उठाए। बेअदबी मामले में कहा कि सरकार आरोपियों को सजा नहीं दिला पाई। सही जांच नहीं करने वाले एसआईटी अफसरों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। नई एसआईटी दो महीने जांच कर दोषियों को सलाखों के पीछे पहुंचाए। विधायकों व नेताओं को विजिलेंस के नाम पर धमकाने पर भी नाराजगी जताई गई। कई नेताओं ने कमेटी से कहा कि रेत, शराब, ट्रांसपोर्ट और लैंड माफिया के खिलाफ भी ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण कांग्रेस सरकार पर अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल के परिवार से सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की मिलीभगत के आरोप लगाए।

इधर बैठक में विधायकों का फीडबैक लेने वाले पंजाब के कांग्रेस प्रभारी एंव कमेटी के सदस्य हरीश रावत ने कहा कि कई विधायकों ने बेअदबी का मुद्दा उठाया। बेअदबी मामलों के लिए गठित एसआईटी की जांच रिपोर्ट पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के बाद से कांग्रेस सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं पर हाईकोर्ट के फैसले पर पार्टी का कोई हस्तक्षेप नहीं है।

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