Advertisement

राहुल गांधी ने पुंछ में पाकिस्तानी गोलाबारी के पीडि़तों से की मुलाकात, बढ़ाया हौसला, बोले- चिंता ना करें, सबकुछ…

कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले पहुंचे। उन्होंने इस महीने की शुरुआत में...
राहुल गांधी ने पुंछ में पाकिस्तानी गोलाबारी के पीडि़तों से की मुलाकात, बढ़ाया हौसला, बोले- चिंता ना करें, सबकुछ…

कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले पहुंचे। उन्होंने इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से की गई गोलाबारी के पीड़ितों से मुलाकात की। एक कांग्रेस नेता ने बताया कि शनिवार सुबह राहुल गांधी जम्मू हवाईअड्डे पहुंचे और वहां से हेलीकॉप्टर से पुंछ पहुंचे, जहां उन्होंने सीमा पार से गोलाबारी से प्रभावित इलाकों का दौरा किया और शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात की। कांग्रेस नेता ने स्कूली बच्चों से भी बातचीत की और उनका मनोबल बढ़ाया। उनके साथ जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा भी मौजूद थे।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पुंछ के एक स्कूल का दौरा किया और सीमा पार से पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित छात्रों से बातचीत की। उन्होंने कहा, ‘अब, आपने खतरा और थोड़ी भयावह स्थिति देखी है, लेकिन चिंता न करें, सब कुछ सामान्य हो जाएगा। इस समस्या से निपटने का आपका तरीका यह होना चाहिए कि आप खूब पढ़ाई करें और खूब खेलें और स्कूल में ढेर सारे दोस्त बनाएं।’

जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने राहुल गांधी के पुंछ दौरे पर कहा, ‘सबसे ज्यादा नुकसान पुंछ में हुआ है। राहुल गांधी ने गोलाबारी से प्रभावित हुए लोगों से मुलाकात की और उनके घरों को हुए नुकसान का भी जायजा लिया।

वह उन बड़े संस्थानों में भी गए जिन्हें गोलाबारी में नुकसान पहुंचा है। राहुल गांधी उस गुरुद्वारा और मंदिर में भी जाएंगे, जिनको पाकिस्तानी गोलाबारी में नुकसान पहुंचा है। जिन बच्चों की गोलीबारी में मौत हुई है, राहुल गांधी उनके घर भी जाएंगे।’

पहलगाम नरसंहार के जवाब में 7 मई को भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए जाने के बाद सीमा पार से पुंछ सेक्टर में आर्टिलरी शेलिंग और मोर्टार से गोलाबारी बढ़ गई थी।

जम्मू-कश्मीर में 7 से 10 मई के बीच पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी, मिसाइलों और ड्रोन हमलों में 28 लोग मारे गए, जिनमें से 13 अकेले पुंछ जिले में मारे गए तथा 70 से अधिक घायल हुए। हजारों लोगों को नियंत्रण रेखा (एलओसी) और इंटरनेशनल बॉर्डर के निकट के क्षेत्रों से पलायन करके सरकारी राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी। चार दिनों तक चले सैन्य संघर्ष के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव समाप्त करने के लिए 10 मई को सहमति बनी थी।

बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए नृशंस आतंकवादी हमले के बाद यह लोकसभा में विपक्ष के नेता की केंद्र शासित प्रदेश की दूसरी यात्रा है, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे। राहुल गांधी 25 अप्रैल को श्रीनगर गए थे और आतंकी हमले में घायल हुए लोगों से मिले थे। उन्होंने उस समय जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और कई अन्य लोगों से भी मुलाकात की थी।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad