कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुक्रवार सुबह अलीगढ़ पहुंचे, जहां उन्होंने हाथरस की भगदड़ में जान गंवाने वाले पीड़ितों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा राहुल गांधी सुबह करीब 7 बजे अलीगढ़ के पिलखना पहुंचे। इस गांव की तीन महिला और एक छह साल के बच्चे की मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि इसके बाद वह हाथरस में नवीपुर खुर्द, विभव नगर स्थित ग्रीन पार्क पहुंचेंगे, जहां वह आशा देवी, मुन्नी देवी और ओमवती के परिवार वालों से मिलेंगे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को हाथरस कांड की जांच के लिए एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया, जो इस संभावना की भी जांच कर रहा है कि भगदड़ के पीछे कोई साजिश तो नहीं थी।
हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। अब तक इस घटना में आयोजन समिति से जुड़े छह सेवादारों को गिरफ्तार किया गया। इस घटना के मुख्य आयोजक-मुख्य सेवादार की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई है। गिरफ्तार लोगों में उपेंद्र, मंजू यादव, मुकेश कुमार शामिल हैं।
बता दें कि हाथरस जिले के फुलरई गांव में ‘भोले बाबा’ के कार्यक्रम में मंगलवार को करीब ढाई लाख अनुयायी एकत्र हुए थे। इस दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई जिनमें अधिकतर महिलाएं हैं। इस हादसे में अधिकतर अनुयायियों की मौत दम घुटने के कारण हुई।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें उन पर साक्ष्य छिपाने और शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। कार्यक्रम में ढाई लाख लोग एकत्र हुए थे, जबकि केवल 80,000 लोगों के ही एकत्र होने की अनुमति दी गई थी।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए इस हादसे का संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने बुधवार को घटनास्थल का दौरा भी किया। वहीं, मुख्यमंत्री कार्यालय से इस पूरे घटनाक्रम में रिपोर्ट तलब की गई।