जम्मू-कश्मीर में तीन दिनों के भीतर पांच आम नागरिकों की हत्या कर दी गई है। इसे लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने हमले की निंदा करते हुए कहा, ''कश्मीर में हिंसा की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। आतंकवाद ना तो नोटबंदी से रुका ना धारा 370 हटाने से। केंद्र सरकार सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने कश्मीरी भाई-बहनों पर हो रहे इन हमलों की निंदा की है और मृतकों के परिवारों को शोक संवेदनाएँ व्यक्त की है।'
श्रीनगर के ईदगाह इलाके में गुरुवार को ही आतंकवादियों ने एक महिला समेत सरकारी विद्यालय के दो शिक्षकों की गोली मार कर हत्या कर दी गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे आंतकवादियों ने श्रीनगर जिले के संगम ईदगाह इलाके में दो शिक्षकों की गोली मारकर हत्या कर दी।’ पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर हमलावरों की तलाश शुरू की गई है।
मंगलवार को करीब डेढ़ घंटे के भीतर आतंकवादियों ने तीन लोगों की हत्या कर दी थी। आतंकियों ने कश्मीरी पंडित माखनलाल बिंदरू की श्रीनगर में उनकी फार्मेसी में गोली मारकर हत्या कर दी थी। बिंदरू अपने समुदाय के उन गिने-चुने लोगों में से एक थे, जो 1990 में आतंकवाद की शुरुआत होने के बाद कश्मीर से बाहर नहीं गए थे। इसके कुछ ही मिनटों बाद, आतंकवादियों ने श्रीनगर में हवाल चौक के पास सड़क किनारे बिहार के भागलपुर के निवासी वीरेंद्र पासवान नामक एक विक्रेता को गोली मार दी और फिरद उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के नायदखाई में आतंकवादियों ने मोहम्मद शफी लोन की भी गोली मार दी।
आतंकियों के हौसले घाटी में फिर से बुलंद हो गए हैं। हालही में आतंकियों ने एक कश्मीरी पंडित समेत 3 लोगों की हत्या कर दी थी। उसके बाद इन 2 टीचरों की हत्या कर आतंकी ये संदेश देना चाह रहे हैं कि वे घाटी में फिर से एक्टिव हो चुके हैं।