बजट को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बार फिर से मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने रक्षा बजट को लेकर कहा कि, भारत के रक्षकों के साथ विश्वासघात हुआ है। उन्होंने इस बजट को मोदी के 'मित्र' केंद्रित बजट बताते हुए कहा कि इससे किसानों को कोई आर्थिक मदद नहीं मिलेगी। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को कोई कम ब्याज ऋण या जीएसटी राहत नहीं दी गई।
उन्होंने एक ट्वीट करते हुए कहा- मोदी के ‘मित्र’ केंद्रित बजट में किसान को पेट्रोल-डीज़ल के ज़्यादा दाम देने होंगे और कोई आर्थिक मदद भी नहीं मिलेगी। तीन कृषि-विरोधी क़ानूनों से कुचले जाने के बाद देश के अन्नदाता पर एक और वार!.
राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, 'मोदी के 'मित्र' केंद्रित बजट का मतलब है- विषम परिस्थितियों में चीन से जूझ रहे जवानों को सहायता नहीं। देश की रक्षा करने वालों के साथ विश्वासघात।' राहुल ने कहा कि बजट पूरी तरह से सरकार के मित्र पूंजीपतियों पर केंद्रित है और इसमें सीमा पर दुश्मन से जूझ रहे सैनिकों के हित में कुछ नहीं है।
इससे पहले राहुल गांधी ने एक अन्य ट्वीट में कहा था कि, चीन हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर रहा है। हमारे सैनिकों को मारा जा रहा है। पीएम मोदी उनके साथ दिवाली मनाते हैं। फिर उनके लिये रक्षा बजट क्यों नहीं बढ़ाया है? कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दावा किया, चीन भारत के अंदर है और हजारों किलोमीटर कब्जा किए हुए है। चीन को लेकर केंद्र सरकार का रुख साफ नहीं है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली की सीमाओं किसानों के प्रदर्शन स्थल के नजदीक कंटीले तीर से घेरने को लेकर सरकार से सवाल किया था।. उन्होंने कहा कि सरकार आंदोलनकारी किसानों के चलते किलेबंदी क्यों कर रही है, क्या ये किसानों से डरते हैं? उन्होंने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा- “किसान हिन्दुस्तान की शक्ति है. केन्द्र सरकार का काम किसानों से बात करना और उसका समाधान तलाशना है. आज दिल्ली किसानों से घिरी हुई है। क्यों आज दिल्ली को किलेबंदी में बदला जा रहा है।”