लोकसभा चुनाव में हार के करीब 2.5 साल बाद पहली बार अमेठी पहुंचे राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान राहुल गांधी ने एक बार फिर से हिंदू और हिंदुत्व का मुद्दा उठाया। उन्होंनेगांधीजी ने कहा था कि हिंदू का रास्ता सत्याग्रह है, जबकि हिंदुत्ववादी का रास्त सत्ताग्रह हैं। अन्याय के खिलाफ लड़ने वाला हिंदू है और हिंसा फैलाने वाला हिन्दुत्ववादी है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि एक तरफ आड हिंदू हैं, जो सच्चाई की बात करते हैं तो दूसरी तरफ हिंदुत्ववादी हैं, जो नफरत फैलाते हैं और सत्ता को छीनने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। देश में आज हिंदू और हिंदुत्ववादी के बीच लड़ाई है।
अमेठी को 'अपना घर' बताते हुए कहा कि उन्होंने यहां से राजनीति की शुरुआत की और यहीं सियायत का तरीका सीखा। बहन प्रियंका गांधी के साथ पदयात्रा से पहले जगदीशपुर में राहुल गांधी ने यह भी बताया कि कैसे उनका अमेठी आने का प्रोग्राम बना। उन्होंने कहा, ''कुछ दिन पहले प्रियंका मेरे पास आई और उसने मुझे कहा कि लखनऊ चलो। मैंने बहन से कहा कि लखनऊ जाने से पहले मैं अपने घर जाना चाहता हूं। लखनऊ आने से पहले अपने परिवार से बात करना चाहता हूं।''
राहुल गांधी ने कहा- “अमेठी की हर गली आज भी वैसी ही है- सिर्फ जनता की आंखों में अब सरकार के लिए आक्रोश है। दिलों में आज भी पहले सी जगह है- आज भी एक हैं हम, अन्याय के खिलाफ”!
राहुल गांधी ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि आज की हालत आपको दिख रही है। बड़े सवाल हैं। सवालों का जवाब न मुख्यमंत्री देते हैं ना प्रधानमंत्री। आपने देखा होगा कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री गंगा में स्नान कर रहे हैं। अकेले गंगा में स्नान कर रहे थे। मगर प्रधानमंत्री देश को यह नहीं कह सकते कि देश में रोजगार क्यों नहीं पैदा हो रहा है। रोजगार क्यों खत्म हो गया है। हमारे देश के जो युवा हैं जो भविष्य हैं उनको हिंदुस्तान में रोजगार क्यों नहीं मिल सकता।
प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस सभी किसानों और छोटे व्यापारियों का कर्ज माफ करेगी, बिजली का आधा बिल, 20 लाख युवाओं को रोजगार देगी और उन सभी परिवारों को 25,000 रुपये देगी, जो कोविड के कारण पीड़ित हैं। इस सरकार ने आपको काफी भटका दिया है।