राहुल गांधी के साथ रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी इस बैठक में शामिल हुए। बैठक से पूर्व राहुल मीडियाकर्मियों से भी मिले और कहा कि पंजाब में नशा एक मुद्दा बनता जा रहा है और मौजूदा अकाली सरकार इसको बढ़ावा दे रही है। उन्होने कहा कि पंजाब देश का दिल है और पंजाब को कोई बदनाम नहीं कर सकता।
बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष पार्टी के ब्लॉक स्तर के कार्यकर्ताओं से सीधे बातचीत कर पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। साथ ही वरिष्ठ नेताओं से भी अलग से मंत्रणा कर पार्टी विरोधी नेताओं को किनारे लगाने पर भी विचार किया गया। गौरतलब है कि पार्टी ने इस बैठक से पूर्व ही कई वरिष्ठ नेताओं को विरोध करने पर निष्कासित कर चुकी है और आगे भी अगर किसी नेता ने विरोध किया तो बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। पंजाब के मशहूर बरनाला परिवार के कांग्रेस से जुड़ने का भी रास्ता साफ हो गया है। इससे पहले मनप्रीत बादल की पीपीपी के बाद अकाली दल लोंगोवाल का कांग्रेस में विलय हो चुका है।
सूत्रों के मुताबिक इस पूरे कार्यक्रम की रणनीति प्रशांत किशोर ने तैयार की है। इसलिए पहली बार इतने बड़े स्तर पर राहुल खुद कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं और उनकी राय ले रहे हैं। इससे पहले भी राहुल कार्यकर्ताओं से मिलते रहे हैं लेकिन विस्तारसे चर्चा नहीं कर पाते थे। इस पूरे कार्यक्रम पर प्रशांत की टीम नजर बनाए हुए है कि लोगों की क्या प्रतिक्रिया है। 1